अर्थशास्त्र की परिभाषा(Definition of economics)
नमस्कार,
answerduniya.com में आपका स्वागत है। आज के इस पोस्ट में हम
अर्थशास्त्र की परिभाषा (Definition of economics in Hindi) के बारे में जानेंगे।
अर्थशास्त्र, सामाजिक विज्ञान की एक शाखा है, जिसके अंतर्गत वस्तु तथा सेवा के उत्पादन, विनिमय, वितरण और उपभोग का अध्ययन किया जाता है। आर्थिक तथ्य तथा अंकों को
वास्तविक अर्थशास्त्र कहा जाता है।
अर्थशास्त्र की परिभाषा (Definition of economics) से सम्बंधित प्रश्न विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- UPSC, STATE PCS, SSC, RAILWAY, SSC, CDS, TEACHER EXAM इत्यादि में पूछे जाते हैं।
अर्थशास्त्र क्या है
अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की एक शाखा है, जिसमें वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है। 'अर्थशास्त्र' शब्द संस्कृत शब्दों अर्थ (धन) और शास्त्र से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है - 'धन का अध्ययन'। किसी विषय के संबंध में मनुष्यों के कार्यो के क्रमबद्ध ज्ञान को उस विषय का शास्त्र कहते हैं, इसलिए अर्थशास्त्र में मनुष्यों के अर्थसंबंधी कार्यों का क्रमबद्ध ज्ञान होना आवश्यक है।
अर्थशास्त्र को विषय के रूप में बहुत अधिक महत्त्व दिया गया है। हम दैनिक जीवन में अनेक आर्थिक अवधारणाओं जैसे- बाजार, मांग, पूर्ति, कर, बजट, आपूर्ति, मुद्रास्फीति, ऋण लेना, ऋण देना, बैंकिंग, ब्याज की दर आदि का प्रयोग करते हैं। किसी कार्य को करने के बजट निर्माण, व्यवसाय में धन आवश्यकता, आय कर पटाना इत्यादि अर्थशास्त्र के अंतर्गत आते हैं।
अर्थशास्त्र की शाखाएं
अर्थशास्त्र को दो निम्नलिखित शाखाओं में बांटा गया है -
- व्यष्टि अर्थशास्त्र (Micro economics)
- समष्टि अर्थशास्त्र (Macroeconomics)
व्यष्टि अर्थशास्त्र (Micro economics)
"Micro" का अर्थ होता है , बहुत ही 'सूक्ष्म' । जब अर्थशास्त्र का अध्ययन पूरे समाज या देश को न लेकर व्यक्ति या छोटे व्यक्ति समूह या सूक्ष्म स्तर पर किया जाता है, व्यष्टि अर्थशास्त्र कहलाता है। जैसे - जब एक व्यक्ति खरीददारी करता है तो एक क्रेता होता है और एक विक्रेता । हम सभी बाजार में किसी वस्तु को खरीदते हैं इस वस्तु की कीमत कैसे तय होती है यह व्यष्टि अर्थशास्त्र बताता है।
समष्टि शास्त्र (Macroeconomics)
"Macro" का अर्थ होता है, बहुत 'बड़ा' होता है । एक व्यक्ति की तुलना में समाज अथवा देश अथवा सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था बहुत बड़ी होती है। सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था के स्तर पर लिए गए निर्णय समष्टि अर्थशास्त्र के अंतर्गत आते हैं। जैसे- सरकार द्वारा लिए गए आर्थिक निर्णय, सार्वजानिक स्थानों पर व्यय, करों का एकत्रीकरण, मुद्रास्फीति एवं कीमत वृद्धि केवल एक व्यक्ति को प्रभावित नहीं करते, बल्कि यह सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था को प्रभावित करते हैं।
#1 अर्थशास्त्र की परिभाषा लिखिए।
“अर्थशास्त्र वह विज्ञान है जो आवश्यकता शून्यता के लक्ष्य को प्राप्त करने के एक साधन के रूप में मानवीय व्यवहार का अध्ययन करता है।"
#2अर्थशास्त्र की परिभाषा क्या है?
“अर्थशास्त्र सामाजिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसके अन्तर्गत वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन किया जाता है।"
#3मार्शल के अनुसार अर्थशास्त्र की परिभाषा लिखिए।
मार्शल की परिभाषा- “अर्थशास्त्र मनुष्य जीवन की साधारण व्यापार संबंधी, क्रियाओं का अध्ययन करता है। यह मनुष्य की उन व्यक्तिगत तथा सामाजिक क्रियाओं का अध्ययन करता है जिनका भौतिक साधनों को प्राप्त करने से तथा उनके उपयोग से घनिष्ठ संबंध है, जो मानव कल्याण के लिए आवश्यक है।
#4 एडम स्मिथ के अनुसार अर्थशास्त्र की परिभाषा क्या है?
एडम स्मिथ के अनुसार, अर्थशास्त्र का संबंध धन के उपयोग, उत्पादन, विनिमय तथा वितरण से है।
दुर्लभता (Scarcity) | अर्थशास्त्र (Economics)
इस पोस्ट में हमने अर्थशास्त्र की परिभाषा (Definition of economics in Hindi) के बारे में जाना। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रख कर यह पोस्ट तैयार किया गया है।
उम्मीद करता हूँ कि अर्थशास्त्र की परिभाषा (Definition of economics in Hindi) का यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगा। अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इस पोस्ट को शेयर जरुर करें।