माइटोकॉन्ड्रिया की संरचना पर सक्रिय अभिगमन (Active access to the structure of mitochondria)
Table of content-
- माइटोकॉण्ड्रिया की सरंचना (structure of mitochondria)
- माइटोकॉण्ड्रिया कार्य (mitochondria function)
- माइटोकॉण्ड्रिया में सक्रिय अभिगमन
माइटोकॉण्ड्रिया की सरंचना (structure of mitochondria)
माइटोकॉण्ड्रिया का अर्थ- माइटो- Filament कॉण्ड्रिया - granules इसे सामान्यत : कोशिका का पावर हाऊस (Power house of the cell) कहते हैं।
माइटोकॉण्ड्रिया की खोज-1850 में कोलीकर (Koliker)।
माइटोकॉण्ड्रिया का आकार- छड़ के, रिंग के आकार के होते हैं।
माइटोकॉण्ड्रिया की संख्या- समुद्री अर्चिन 14,000- 1,50,000. माइटोकॉण्ड्रिया में सक्रिय अभिगमन या परासंरचना (Ultra Structure)- यूकैरियोटिक कोशिका के कोशिका द्रव्य में पाया जाने वाला दोहरे स्तर वाला कोशिकांग (Or ganelles) है। स्तनधारियों के R.B.Cs. में माइटोकॉण्ड्रिया नहीं पाए जाते हैं। यह भोजन का पूर्ण आक्सीकरण करके -A.T.P के रूप में ऊर्जा मुक्त करती है।ये दो मेम्ब्रेन (Membrane) तथा दो कक्ष (Cham ber) में विभाजित होते हैं।
1. मेम्ब्रेन (Membrane)- ये दो भागों में विभाजित होते हैं।
(a) आन्तरिक-मेम्ब्रेन (Inner Membrane)- इसकी मोटाई 60A-70A होती है इसके भीतर में ऊँगली के समान उभरी रचनाएँ माइटोकॉण्ड्रियल क्रिस्टी (Mitochon drial Cristae) पाया जाता हैं।
(b)बाहरी मेम्ब्रेन (Outer Membrane)- इसकी मोटाई 60A-70A तक होती है। यह चिकनी एवं रचना में एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की तरह होती है। कक्ष (Chambers)- दो कक्ष पाये जाते हैं।
(i) बाहरी कक्ष (Outer Chamber)- यह 60A 80A तक होती है। यह बाहरी व भीतरी मेम्ब्रेन के मध्य स्थित होती है। इसमें द्रव भरा होता है जिसमें अनेक को एन्जाइम (Co-enzyme) पाये जाते हैं।
(ii) भीतरी कक्ष (Inner Chamber)- यह भीतरी मेम्ब्रेन द्वारा घिरी हुई गुहा है जिसमें सघन द्रव भरा होता है। इस द्रव को माइटोकॉण्ड्रियल मैट्रिक्स (Mitochondrial Matrix) कहते हैं। इसमें अनेक प्रोटीन्स (Proteins)Mg'", Ca" पाये जाते हैं
माइटोकॉण्ड्रिया कार्य (mitochondria function)
- यह कोशिकीय श्वसन का क्रिया स्थल है। ATP ऊर्जा उत्पन्न होती है।
- एमीनो एसिड एंव स्टीरॉइड के संश्लेषण में मध्यस्थ का कार्य करता है।
- शुक्राणुओं के मध्य भाग के चारों ओर माइटोकॉण्ड्रिया एक माइटोकॉण्ड्रिया आच्छद.का निर्माण करता है।
- यह फैट्स के मेटाबॉलिज्म में सहायता करती है।
रासायनिक संघटन (Chemical Composition) प्रोटीन-65-70% लिपीड-25-30% डी. एन. ए.-8% आर. एन. ए.-5-7%
माइटोकॉण्ड्रिया में सक्रिय अभिगमन-
माइटो कॉण्ड्रिया की श्वसन श्रृंखला में जटिल प्रोटीन्स का एक क्रम होता है जो इलेक्ट्रॉन अभिगमन तेत्र या ETS में भाग लेता है इन्हें चार कॉम्पलैक्स द्वारा प्रदिर्शत करते हैं जिनमें से दो हाइपो-प्रोटीन के तथा दो गतिशील इलेक्ट्रॉन वाहक COQ या UQ तथा साइटोक्रोम 'C' से बने होते हैं।
A. कॉम्प्लैक्स- क्रेब चक्र में से एक निकले हाइड्रोजन (H') इसमें ऑक्सीकृत होते हैं और निकली हुई ऊर्जा ATP में बंद हो जाती है। ये चार प्रकार के होते हैं।
(i) कॉम्प्लैक्स 1- यह NADH से हाइड्रोजन एटम I को प्राप्त करता है इसका प्रोस्थेटिक ग्रुप Flavin mono nucleotide (FAN) होता है तथा इसमें NADH dehy drogenase का Flavoprotein (FPN) होता है।
(ii) कॉम्प्लैक्स II - यह Succinic dehydroge - nase से H' ग्रहण करता है अर्थात् इसमें Succinic dehyrogenase का फ्लेवोप्रोटीन (FPN) होता है, यह प्रोस्थेटिक ग्रुप FAD होता है।
(ii) कॉम्प्लैक्स III- इसमें Cytochrome b व होते हैं, इसका nonhaem-iron protein cytochrome b से सम्बन्धित होता है।
(iv) कॉम्प्लैक्स IV - इसमें Cytochrone a, aaj होते हैं।
B. को-एन्जाइम = ए-ये गतिशील इलेक्ट्रॉन वाहक है ये । व II complex के इलेक्ट्रॉनों को complex III में ले जाते हैं। माइटोकाण्ड्रिया में यह ऑक्सीकृत क्यूनॉन के रूप में होता है।
C.साइटोक्रोमc-यह भी इलेक्ट्रॉन वाहक का कार्य करता है तथा complex II व IV के बीच स्थित होता है।
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