रेडियोधर्मी किरणें- अल्फा, बीटा और गामा (adioactive Rays - Alpha, Beta and Gamma)

 रेडियोधर्मी किरणें- अल्फा,  बीटा और गामा  (adioactive Rays - Alpha, Beta and Gamma)

नमस्कार आंसर दुनिया के इस पेज में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में रेडियोधर्मी किरणें, अल्फा, बीटा और गामा  किरणों के बारे में जानकारी दिया गया हैं। रेडियोसक्रियता (रेडियोऐक्टिविटी / radioactivity) या रेडियोधर्मिता वह प्रकिया होती है जिसमें एक अस्थिर परमाणु अपने नाभिक (न्यूक्लियस) से आयनकारी विकिरण (ionizing radiation) के रूप में ऊर्जा फेंकता है। ऐसे पदार्थ जो स्वयं ही ऐसी ऊर्जा निकालते हों विकिरणशील या रेडियोधर्मी (रेडियोऐक्टिव) कहलाते हैं। यह विकिरण अल्फा कण (alpha particles), बीटा कण (beta particle), गामा किरण (gamma rays) और इलेक्ट्रॉनों के रूप में होती है।

1902 ई. में रदरफोर्ड ने रेडियोधर्मी तत्व को शीशे के प्रकोष्ट में रखकर निकलने वाली किरणों को विद्युत क्षेत्र से गुजार कर निकलने वाली किरणों का अध्ययन किया और इन्हें अल्फा, बीटा एवं गामा किरणों के नाम दिया।

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अल्फा किरणें -

  • अल्फा किरणें धनावेशित होती हैं।
  • इन पर दो इकाई धन आवेश होता है।
  • ये हीलियम नाभिक (He) होते हैं।
  • इनका द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु द्रव्यमान का चार गुना होता है।
  • इसके नाभिक में 2 प्रोटॉन और 2 न्यूट्रॉन होते हैं।
  • ये विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र में ऋणावेशित प्लेट की ओर मुड़ जाती हैं।
  • किसी तत्व स एक अल्फा उत्सर्जन परमाणु भार से परमाणु क्रमांक में 2 की कमी होती है।
  • इनका वंग 2.3 X 10 सेमी/सेकंड होता है।
  • इनकी भेदन क्षमता गामा एवं बीटा किरणों को कम होती है। अतः 1 मिमी. मोटी एल्यूमिनियम चादर कर नहीं पाती है।
  • ये शरीर के मांसपेशियों को जला सकता है।

बीटा किरणें -

  • तीव्र वेग से चलने वाली इलेक्ट्रॉन पुंज होती हैं। इन ऋणावेश होता है।
  • फोटोग्राफी प्लेट पर एल्फा किरणों की अपेक्षा अधिक डालती हैं।
  • इनकी भेदन क्षमता एल्फा किरणों से 100 गुन होती है। इनका वेग 2.79 X 10 सेमी/संकेण्ड (लगभग प्रकश के बराबर) होता है। 

गामा किरणें -

  • गामा किरणें उच्च ऊर्जा वाली विद्युत तरंगे होती है।
  • इसका तरंगदैर्ध्य सबसे कम होता है।
  • ये द्रव्यमान तथा आवेश रहित होने के कारण विद्युत में चुम्बकीय क्षेत्र में विक्षेपित नहीं होती हैं।
  • ये फोटोग्राफी प्लेट को एल्फा एवं बीय किरणों की अधिक प्रभाव डालती हैं।
  • इनकी भेदन क्षमता इतनी अधिक होती है कि ये 100 सेमी. मोटी एल्यूमिनियम की चादर को भी भेद सकती हैं।
  • इनका वग प्रकाशक वेग के बराबर होता है।
इस पोस्ट में हमने  रेडियोधर्मी किरणें- अल्फा,  बीटा और गामा किरणों के बारे में जाना । विभिन्न परीक्षाओं में  रेडियोधर्मी किरणें- अल्फा,  बीटा और गामा  से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं ।

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