वसंतीकरण क्या हैं? खोज और प्रभावित करने वाले कारक (Vernalization in Hindi)

वसंतीकरण (Vernalization)

नमस्कार आंसर दुनिया में आपका स्वागत है। इस पेज में आपको वसंतीकरण (Vermalization) के बारे में बताया गया हैं की वसंतीकरण क्या हैं वसंतीकरण की खोज किसने की और वसंतीकरण के प्रकार के बारे में साथ ही हम आपको बतायेंगे की वसंतीकरण का क्या महत्व हैं।


Vernalization in hindi.


वसंतीकरण क्या हैं? What is Vernalization in Hindi 

वसंतीकरण (Vermalization) - अधिकांश पौधे शरद ऋतु के निम्न तापक्रम में अनावृत रहने के पश्चात् ही समुचित दीप्तिकालिता के अनावरण को पुष्पन के अभिप्रेरण हेतु ग्रहण करते हैं। “वह निम्न ताप ठपचार जिसके कारण अधिशोषित बीज (Inbibed seeds) या अंकुरित हो रहे पौधे (Seeding) या कलिका को ठपचारित किया जाये और वह समय से पहले ही पुष्पन की क्रिया को प्रदर्शित करता हो, तो उसे ही वसंतीकरण (Vermalization) कहते हैं।

वसंतीकरण की खोज किसने की थी? Who discovered Vernalization ? 

क्लिपार्ट (Klippart, 1857) ने पहली बार निम्न ताप उपचार का पुष्पन की क्रिया पर पड़ने वाले प्रभाव का पता लगाया। इन्होंने देखा कि जब शरद धान्य पौधों (Winter cereals) जो कि जाड़े में लगाये जाते हैं, तो ग्रीष्म ऋतु में जाकर खिलते हैं, के बीजों को जव निम्न ताप पर उपचारित किया जाता है, तो समय से पहले वसंत में लगाने पर पुष्पन करने लगता है। 

लैंग (Lang, 1958) ने खोजों के क्रम में पाया कि जब हेनवेन (Hyoscyammes niger) के द्विवर्षीय किस्म के बीजों को दस दिनों तक निम्न ताप से उपचारित किया जाता है, तो वह उसी ऋतु (Season) में खिलने लगता है अर्थात् द्विवर्षीय पौधों (Biennials) को इस प्रकार एक वर्षीय पौधा में परिवर्तित किया जा सकता है। लाइसेंको (Lysenko, 1938) ने इस प्रक्रिया के लिए वर्नेलाइजेशन (Vermalization) शब्द दिया। बसंतीकरण की क्रिया का सफलतापूर्वक अभिप्रेरण गेहूं (Wheat), जई (Oat), राई (Rye), मटर (Pea), गुल-ए-दाउदी (Chrysanthemun), चुकन्दर (Beat), गोभी (Cabbage) आदि में किया जाता है।

वर्नेलिन क्या होता हैं? ( What is Verneline in hindi)

मेल्चर्स (Melchers, 1966) ने निम्न ताप के कारण संश्लेषित होने वाले हॉर्मोन को वर्नेलिन (Vermalin) कहा तथा उनके अनुसार यही हॉर्मोन परोक्ष (अप्रत्यक्ष रूप से फ्लोरिजेन के संश्लेषण को अभिप्रेरित करता है। लेकिन आज तक वालिन का वियोजन (Isolation) नहीं किया जा सका है। इवैन्स (Evans, 1971) के अनुसार वसंतीकरण का प्रभाव दो चरणों में होता है। ये शीर्ष विभाज्योत्तक (Apical meristem) को उत्प्रेरित करता है, जिसके कारण जिबरेलिन (Gibberellins) का संश्लेषण होने लगता है तथा दूसरे चरण में जिबरेलिन या उसके मिश्रण के कारण पुष्पन को अभिप्रेरित करने वाले हॉर्मोन का संश्लेषण होता है।

वसंतीकरण का महत्व (Importance of Ver nalization):- 

  1. वसंतीकरण (Vermalization) का अभिप्रेरण पौधों के वी काल को कम करता है। (ii) इसके कारण उपज (Yield) में वृौं भी पायी गयी है। 
  2. वसंतीकरण (Vermalization) के कारण रोगों के होने की दर में कमी आती है। 
  3. वसंतीकरण (Vermalization) वीजों से उत्पन्न होने वाले पौधों में शुष्कतारोधीपन (Draught resistance) के गुण का भी अभिरोपण हो जाता है।
  4. वसंतीकरण (Vermalization) का ज्यादातर उपयोग शरदकालीन एवं द्विवर्षीय पौधों के जीवनावधि को पुष्पन के परिप्रेक्ष्य में कम करने के लिए किया जाता है।

वसन्तीकरण को प्रभावित करने वाले कारक (Factor affacting Vernalization):-

  • पौधे की आयु (Age of the plants) 
  • ऑक्सीजन (Oxygen)
  • कम तापमान (Low Temperature).
इस पोस्ट में हमने वसंतीकरण क्या हैं? खोज और प्रभावित करने वाले कारक के बारे में विस्तार से जाना। अनेक परीक्षाओं में वसंतीकरण से सम्बंधित प्रश्न पूछे गए हैं और भविष्य के परीक्षाओं में वसंतीकरण से जुड़े प्रश्न पूछे जाने की सम्भावना है।

उम्मीद है कि वसंतीकरण से जुडी यह पोस्ट आपके लिये उपयोगी साबित होगी अगर आपको पोस्ट पसंद आये तो पोस्ट को शेयर जरुर करें। 

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