विज्ञान के प्रश्न उत्तर | Science questions answers in Hindi

Science questions answers in Hindi | विज्ञान के प्रश्न उत्तर | सामान्य विज्ञान के प्रश्न उत्तर

हम इस पोस्ट में विज्ञान से संबंधित प्रश्नों के उत्तर जानने वाले है। जो हमारे दैनिक जीवन में होते रहते है जिनका उत्तर हमें नहीं पता होता। इसलिए हमें उन प्रश्नों के उत्तर जानना जरूरी है तो आइये जाने ऐसे ही सामान्य प्रश्नों के उत्तर :-

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दैनिक जीवन में विज्ञान से सम्बंधित प्रश्नों के उत्तर 

01-पानी से भरे टब में तल पर रखा हुआ सिक्का तुम्हें ऊंचा उठा हुआ क्यों प्रतीत होता है?

उत्तर :- वह भौतिक साधन जिसमें से प्रकाश गुजरता है, माध्यम कहलाता है। माध्यम दो प्रकार के होते हैं-विरल और सघन । वायु विरल माध्यम है जबकि कांच तथा पानी सघन माध्यम के उदाहरण हैं। अपवर्तन के कारण जब प्रकाश की किरणें सघन माध्यम से चलकर विरल माध्यम में प्रवेश करती हैं, तो अभिलंब से दूर हट जाती हैं। बस, इसीलिए बाहर से देखने पर पानी से भरे टब में तल पर रखा हुआ सिक्का तुम्हें ऊंचा उठा हुआ दिखाई देता है।

02-कभी-कभी विद्युत बल्ब कम अथवा तेज प्रकाश क्यों देता है?

उत्तर :- घरों में आने वाली विद्युत धारा 220 वोल्ट की होती है। कभी-कभी इस विद्युत धारा की मात्रा जब बढ़ जाती है, तो बल्ब का प्रकाश सामान्य से अधिक हो जाता है। दूसरी ओर, जब विद्युत की मात्रा कम हो जाती है, तो बल्ब का प्रकाश सामान्य से कम हो जाता है।

03-चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यात्री एक-दूसरे की आवाज क्यों नहीं सुन सकते?

उत्तर :- चंद्रमा की सतह पर वायु नहीं है । ध्वनि वायु के माध्यम से ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाती है । अतः चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्री एक-दूसरे की आवाज नहीं सुन सकते । वे रेडियो तरंगों के माध्यम से ही आपस में संपर्क करते हैं ।

04-तेल टैंकरों को भरते समय ऊपर कुछ खाली स्थान क्यों छोड़ दिया जाता है?

उत्तर :- टैंकरों को तेल से भरते समय ऊपर कुछ खाली स्थान छोड़ दिया जाता है। इसका कारण यह है कि भीतर दाब कम हो जाता है और टैंकरों के बाहर दाब अधिक होता है। हवा अधिक दाब से कम दाब की ओर बहती है, इसलिए टैंकरों का ढक्कन ठीक से बंद हो जाता है ।

05-बस की छत पर रखे सामान को रस्सी से बांधना जरूरी क्यों है?

उत्तर :- तेज गति से चलती बस की छत पर हवा तेज गति से बहती हुई अनुभव होती है। छत पर रखा सामान भी उसी वेग से बस के साथ आगे बढ़ता है जिस वेग से बस आगे बढ़ रही है। जब तेज गति से बस अपनी दिशा बदलती है, तो गति के जड़त्व के कारण छत पर रखा सामान भी उसी दिशा में स्थानांतरित होना चाहता है जिसके परिणामस्वरूप वह छत से नीचे गिर जाता है। उसे गिरने से बचाने के लिए प्राय : बस की छत पर रखे सामान को रस्सी से बांधना जरूरी है।

06-बिजली की इस्त्री को तुम अंधेरे में क्यों नहीं देख सकते?

उत्तर :- बिजली की इस्त्री जब गरम होती है, तो इसमें से अवरक्त किरणों का विकिरण होता है (सूर्य विभिन्न तरंगदैर्ध्य के प्रकाश का विकिरण करता है। बैंगनी रंग के प्रकाश की तरंगदैर्ध्य कम तथा लाल रंग की तरंगदैर्ध्य अधिक होती है। लाल रंग के तरंगदैर्ध्य से अधिक तरंगदैर्ध्य के प्रकाश को अवरक्त प्रकाश कहते हैं ) । इसका अनुभव तुम इसके निकट आकर कर सकते हो। यह इस्त्री तुम्हें अंधेरे में दिखाई नहीं देती क्योंकि यह इतनी गरम होती नहीं कि दृश्य प्रकाश का विकिरण कर सके । अवरक्त - प्रकाश की किरणें तुम्हें दिखाई नहीं देतीं।

07-हाइड्रोजन गैस से भरा गुब्बारा हवा में ऊपर की ओर क्यों जाता है?

उत्तर :- हवा में कई प्रकार की गैसें मौजूद रहती हैं। कुछ गैसें हवा से भारी होती हैं, तो कुछ हवा से हल्की । हाइड्रोजन भी एक ऐसी ही गैस है जो हवा से हल्की होती है। जब गुब्बारे में हाइड्रोजन गैस भर दी जाती है, तो गुब्बारा हवा का जितना आयतन (वस्तु द्वारा घेरा गया स्थान) हटाता है, उसका भार गुब्बारे के भार से अधिक होता है। इसीलिए, गुब्बारा हवा में ऊपर की ओर जाता है।

08-पानी और दूध जैसे द्रव पदार्थों को नीचे से ही क्यों गरम किया जाता है?

उत्तर :- पानी और दूध जैसे सभी द्रव पदार्थों में उष्मा का स्थानांतरण संवहन विधि से ही होता है। इस विधि में द्रव के ठंडे कण भारी होने के कारण उष्मा के स्रोत के पास नीचे की ओर जाते हैं। ये कण गरम होकर हल्के हो जाते हैं जिससे ऊपर की ओर उठते हैं। अत: पानी और दूध जैसे द्रव पदार्थों को हमेशा नीचे से गरम किया जाता है।

09-पानी को गरम करने से वह भाप में क्यों बदल जाता है?

उत्तर :- पानी छोटे-छोटे अणुओं से मिलकर बना है। जब पानी को गरम किया जाता है, तो इसके अणुओं को ऊर्जा मिल जाती है। ऊर्जा मिलने से अणुओं की गति भी बढ़ जाती है। नतीजा यह निकलता है कि अणुओं के बीच में आकर्षण-बल कम हो जाता है और अणु एक-दूसरे से दूर-दूर हो जाते हैं।

10-इत्र की सुगंध को कमरे के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचने में कुछ समय क्यों लगता है?

उत्तर :- इत्र में जो अणु होते हैं, उनमें एक प्रकार की गति होती है जिसके कारण वे इधर-उधर टकराते हैं। जानते हो, इस गति का नाम क्या है? यह ब्राउनियन गति कहलाती है। तो, ब्राउनियन-गति से अणु इधर-उधर टकराते हुए ही एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंच पाते हैं। अणुओं की इस गति में थोड़ा-सा समय लग जाता है। अतः इत्र की सुगंध को पूरे कमरे में फैलने में थोड़ा समय जरूर लगता है।

11-बंद बर्तन में जलती हुई मोमबत्ती कुछ देर बाद बुझ क्यों जाती है?

उत्तर :- मोमबत्ती को जलने के लिए एक गैस की जरूरत पड़ती है, जिसे 'प्राण वायु' अर्थात आक्सीजन कहते हैं। बर्तन में जब तक आक्सीजन गैस मौजूद रहती है, मोमबत्ती जलती रहती है। कुछ देर बाद जब बरतन की समस्त आक्सीजन जलने में काम आ जाती है, तब बर्तन में कार्बन -डाइ-ऑक्साइड (अशुद्ध वायु) की अधिकता हो जाती है। परिणामस्वरूप मोमबत्ती बुझ जाती है।

12-पानी में चीनी क्यों घुल जाती है?

उत्तर :- चीनी के अणु आकर्षण-बल के कारण आपस में बंधे रहते हैं, अतः ये स्वतंत्रतापूर्वक गति नहीं कर सकते। पानी के अणुओं के बीच आकर्षण बल कम होता है जिससे ये स्वतंत्रतापूर्वक गति कर सकते हैं। - जब चीनी पानी में डाली जाती है, तो पानी के अणु चीनी के अणुओं से टकराते हैं जिससे चीनी के अणु अलग होकर गति करने लगते हैं। इस गति के कारण ही चीनी के अणु पानी में घुलकर विलयन (घोल) बना लेते हैं।

13-वर्षा के दिनों में नदियों का पानी दूषित क्यों हो जाता है?

उत्तर :- यों तो वर्षा का पानी सबसे शुद्ध होता है किंतु पृथ्वी पर गिरते ही इसमें अनेक प्रकार की अशुद्धियां मिल जाती हैं। वर्षा का पानी अन्य अशुद्धियों के साथ-साथ बहाव के कारण नदी के किनारे की गंदगी को भी नदी में मिला देता है। इसके अलावा वर्षा के पानी में मिट्टी भी काफी मात्रा में घुलकर नदी के पानी में चली जाती है। अत:  वर्षा के दिनों में नदियों का पानी दूषित हो जाता है।

14-कारखानों में चिमनियां क्यों लगाई जाती हैं?

उत्तर :- जिस पर्यावरण में तुम रहते हो, उसमें शुद्ध वायु की अधिकता अवश्य होनी चाहिए ताकि सांस लेने में तुम्हें कोई तकलीफ न हो। कारखानों आदि से धुआं निकलता है जो जहरीली (हानिकारक) गैसों से पर्यावरण को प्रदूषित करता है । अतः इस प्रदूषण से बचने के लिए ही कारखानों में ऊंची-ऊंची चिमनियां लगाई जाती हैं। इन चिमनियों के द्वारा निकला हुआ धुआं ऊपरी वायुमंडल में मिलकर तुम्हें होने वाले नुकसान से बचा लेता है।

15-कारखानों से निकला व्यर्थ पदार्थ नदियों या तालाबों में क्यों नहीं मिलने देना चाहिए?

उत्तर :- जल का जीवन में बहुत अधिक महत्व है। इस कारण इसे दूषित होने से तुम्हें बचाना चाहिए। कारखानों से निकला व्यर्थ पदार्थ नदियों या तालाबों में मिलने से इनका पानी दूषित हो जाता है। बहुत से हानिकारक रासायनिक पदार्थ पानी में घुल जाते हैं जो तुम्हारे लिए घातक होते हैं। अत : अनेक प्रकार के रोगों से छुटकारा पाने के लिए यह आवश्यक है कि कारखानों से निकले व्यर्थ पदार्थ को नदियों या तालाबों में मिलने से रोकना चाहिए।

16-पटाखे चलाने से तेज आवाज क्यों होती है?

उत्तर :- पटाखों में रासायनिक ऊर्जा संचित रहती है । जब पटाखे चलाए जाते हैं, तो उनमें संचित रासायनिक-ऊर्जा ध्वनि-ऊर्जा बदल जाती है। यही कारण है कि पटाखे चलाने से तेज आवाज पैदा होती । उष्मा-ऊर्जा पैदा होने से पटाखों में रोशनी भी होती है तथा गतिज ऊर्जा पैदा होने से पटाखों के टुकड़े बिखरकर दूर-दूर तक चले जाते हैं।

17-साबून के पानी में बुलबुले क्यों बनते हैं?

उत्तर :- क्या तुमने कभी साबुन के पानी से भरे टब से बुलबुले बनाकर उड़ाए हैं? जब तुम प्लास्टिक की एक नली में से साबुन के पानी से भरे टब में जोर की फूंक मारते हो, तो टब में बहुत सारे बुलबुले निकलकर हवा में उड़ने . लगते हैं। ऐसा क्यों होता है? वास्तव में, जब साबुन पानी के साथ मिलता है, तो पानी और साबुन के अणु परस्पर मिल जाते हैं और एक पतली फिल्म बना लेते हैं। जब तुम फूंक मारते हो, तो हवा इनके बीच से गुजरकर इन्हें फैला देती है। इस प्रकार, बुलबुलों की उत्पत्ति हो जाती है जो फूंक मारने पर उड़ने लगते हैं।

18-पानी डालने पर आग बुझ क्यों जाती है?

आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी को आते हुए तो तुमने अवश्य ही देखा होगा। फायर ब्रिगेड की गाड़ी द्वारा पानी डालने पर ऊंची-ऊंची बिल्डिंग में भी लगी भयंकर आग बुझ जाती है । - किसी भी चीज को जलने के लिए उसका अत्यधिक गरम होना आवश्यक है अर्थात एक निश्चित ज्वलनांक पर ही कोई वस्तु गरम होती है। जब हुई वस्तु पर पानी डाला जाता है, तो उसका ज्वलन- ताप कम हो जाता है और वह बुझ जाती है। ठीक यही आग के साथ भी होता है। परंतु यदि आग तेल, बिजली या अन्य रसायन के कारण लगी हो, तो आग बुझाने के लिए पानी की जगह रसायनों का प्रयोग किया जाना चाहिए ।

19-समुद्र का पानी खारा अथवा नमकीन क्यों होता है?

उत्तर :- समुद्र के पानी में भिन्न-भिन्न प्रकार के रसायन पाए जाते हैं। इन सभी रसायनों में सबसे अधिक नमक होता है जिसकी मात्रा 80 प्रतिशत तक रहती है। यह नमक बर्फ के पिघलने अथवा इनके क्षय होने के फलस्वरूप आता है। वर्षा के दिनों में पर्वतों से नमक तथा दूसरे रसायन पानी में मिलकर नदियों द्वारा समुद्र में पहुंच जाते हैं। कुछ नमक समुद्र तल में पाई जाने वाली चट्टानों से भी आता है। इन्हीं कारणों से समुद्र का पानी खारा अथवा नमकीन होता है।

20-रबड़ से पेंसिल का निशान क्यों मिट जाता है?

उत्तर :- तुम पेंसिल में जो काला सिक्का देखते हो, दरअसल यह ग्रेफाइट और मिट्टी के मिश्रण से बनाया जाता है। ग्रेफाइट कार्बन का ही एक अपरूप है। "लिखते समय ग्रेफाइट एक बल (अवलंब) के द्वारा कागज पर चिपक जाता है। रबड़ से रगड़ने पर ग्रेफाइट का स्थान बदल जाता है। कारण, रबड़ का बल कागज के चिपकाने के बल से ज्यादा रहता है। इस प्रक्रिया में कागज तो साफ हो जाता है लेकिन रबड काला हो जाता है।

21-जलती हुई अंगीठी वाले बंद कमरे में सोना क्यों मना है?

उत्तर :- जलती हुई अंगीठी से कार्बन मोनो-ऑक्साइड गैस उत्पन्न होती है जो अत्यंत विषैली है । - यदि कमरे के सारे दरवाजे और खिड़कियां बंद हों, तो कमरे की ऑक्सीजन गैस शीघ्र समाप्त हो जाएगी। फलस्वरूप बनने वाली कार्बन मोनो-ऑक्साइड गैस बाहर नहीं निकल सकेगी। यह गैस सोए हुए मनुष्य के शरीर में प्रवेश करके रक्त को विषाक्त (जहरीला) बना देती है । इस गैस के वातावरण में अधिक देर तक सांस लेने से मनुष्य की मृत्यु भी हो सकती है। अत : जलती हुई अंगीठी वाले बंद कमरे में नहीं सोना चाहिए।

22-कोयले की अंगीठी में आग मिट्टी के तेल में डुबोए गए कपड़े के किसी टुकड़े को जलाकर आरंभ क्यों की जाती है?

उत्तर :- कोई भी पदार्थ तब आग पकड़ता है जब वह एक विशिष्ट ताप प्राप्त कर लेता है। इस ताप को उस पदार्थ का ज्वलन-ताप कहते हैं । कोयले की अंगीठी में आग मिट्टी के तेल (केरोसिन) में डुबोए गए कपड़े के किसी टुकड़े को जलाकर इसलिए आरंभ की जाती है ताकि अंगीठी में आग ज्वलन-ताप तक पहुंच सके। ।

23-आग गरम क्यों होती है?

उत्तर :- जलने की प्रक्रिया में उष्मा उत्पन्न होती है। इस ऑक्सीजन की उपस्थिति में हाइड्रोजन के जलने की प्रक्रिया को इस प्रकार स्पष्ट कर सकते हैं। जब ऑक्सीजन, हाइड्रोजन के साथ संयोग करके अणु-आबंध बनाती है, तो यह हाइड्रोजन द्वारा दिए गए इलेक्ट्रॉनों से अत्यधिक प्रवल आबंध बनाती है। इस प्रक्रिया में हाइड्रोजन परमाणु अपने इलेक्ट्रॉन खो देता है जबकि ऑक्सीजन परमाणु एक इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है। किसी भी परमाणु में से एक इलेक्ट्रॉन को कम करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। अतः ऊर्जा का परिमाण आवश्यक ऊर्जा से कहीं अधिक होता है जिससे उष्मा उत्पन्न होती है। यही कारण है कि आग गरम होती है।

24-मोमबत्ती की लौ के बीच का हिस्सा पीला क्यों दिखाई देता है?

उत्तर :- मोमबत्ती की बत्ती के पास लौ का सबसे निचला हिस्सा (भाग) मोमबत्ती के धागे के बिना जले हुए कार्बन के कणों के कारण काला होता है। जब शेष कण लौ के साथ ऊपर उठते हैं, तो ये चमकते हैं जिससे लौ के बीच का भाग पीला दिखाई देता है ।

25-धूप से अचानक कमरे में आने पर तुम्हें चीजें साफ क्यों नहीं दिखाई देतीं?

उत्तर :- जब तुम धूप से अचानक कमरे में आते हो, तो तुम्हें चीजें साफ नहीं दिखाई देतीं। धूप के कारण तुम्हारी आंखों की पुतलियां सिकुड़ जाती हैं। जब तुम अचानक कमरे में प्रवेश करते हो, तब उन्हें फैलने में थोड़ा समय लग जाता है। अतः तुम धीरे-धीरे वस्तुओं को ठीक से साफ-साफ देख पाते हो ।

26-शौच के बाद हाथों को भली-भांति धोना क्यों आवश्यक है?

उत्तर :- शौच के बाद साबुन या अन्य पदार्थ (मिट्टी, राख आदि) से हाथों को भली-भांति धोना जरूरी है ताकि तुम स्वस्थ रह सको। शौच के बाद हाथों में कीटाणु चिपके रहते हैं। यदि उन्हें साफ न करें तो खाना खाते समय ये कीटाणु पेट में पहुंचकर बीमारियां फैला सकते हैं। कभी-कभी दूसरे व्यक्तियों से हाथ मिलाने पर उनमें भी ये कीटाणु पहुंचकर बीमारियों को न्योता दे सकते हैं।

27-तकिया लगाकर सोना हानिकारक क्यों है?

उत्तर :- तकिया लगाकर सोना तो प्रायः सभी को अच्छा लगता है, लेकिन सिर पर खड़ी ज्यादातर बीमारियों की जड़ सिरहाने पड़ा रहने वाला यही तकिया ही होता है। तकिये की वजह से व्यक्ति को दिल (हृदय) तथा आंखों की बीमारियों के अलावा दमा जैसे खतरनाक रोग जकड़ लेते हैं । - तकिये पर सिर रखकर सोते समय मनुष्य के शरीर की सभी गतिविधियों को नियंत्रित करने वाली रक्त संचार प्रणाली में अवरोध उत्पन्न हो जाता है। इसकी वजह से शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलने में रुकावट आती है। अतः तकिया लगाकर सोना हानिकारक सिद्ध हो सकता है।

28-भोजन अदल-बदलकर क्यों खाना चाहिए?

उत्तर :- तुम्हारे शरीर को जिन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, वे एक ही प्रकार के भोजन में कदापि नहीं मिलते। इन्हें भिन्न-भिन्न प्रकार के भोजन से ही प्राप्त किया जा सकता है । अतः शरीर की आवश्यकतानुसार प्रतिदिन भोजन अदल-बदलकर खाना लाभकारी होता है ताकि तुम्हारे शरीर को पोषक तत्व प्राप्त हों तथा तुम सदैव स्वस्थ रह सको। ऐसा नहीं है कि जीभ के स्वाद के लिए भोजन अदल- बदलकर खाया जाता हो ।

29-जब तुम भागते हो, तो तुम्हारा हृदय तेज गति से क्यों धड़कने लगता है?

उत्तर :- दौड़ने अथवा व्यायाम करने से तुम्हारी हृदय गति तेज हो जाती है। जब तुम ऐसा करते हो, तब तुम्हें अधिक ऊर्जा का उपयोग करना पड़ता है। शरीर में अधिक ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है। शरीर के जो भाग अधिक कार्य करते हैं, उन तक जल्दी-जल्दी ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए शरीर में रक्त की गति भी तेज हो जाती है जिससे हृदय की गति बढ़ जाती है। इसी कारण से हृदय तेजी से धड़कने लगता है। यों तो एक मिनट में हृदय 72 बार धड़कता है किंतु दौड़ते या व्यायाम करते समय इसे अधिक कार्य करना पड़ता है।

30-तुम्हें जम्हाई क्यों आती है?

उत्तर :- तुम सोच रहे होगे कि अधिक काम से थकान पैदा होने अथवा पूरी नींद न लेने से जम्हाई आती है। लेकिन, ऐसा कदापि नहीं होता। काफी देर तक एक ही स्थिति में बैठे रहने अथवा कठोर परिश्रम करने से एक लंबे समय के बाद तुम्हारे शरीर की श्वसन-गति धीमी पड़ जाती है जिससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। जम्हाई आने का सिर्फ यही कारण है, बस! जम्हाई से छुटकारा पाने के लिए शरीर में अधिकाधिक ऑक्सीजन की मात्रा बनी रहने देनी आवश्यक है ।

31-कुछ देर गोलाई में घूमने पर तुम्हें चक्कर क्यों आने लगते हैं?

उत्तर :- शरीर का संतुलन कान के अंदर स्थित तीन अर्ध वृत्ताकार नलिकाओं द्वारा किया जाता है। इनकी दीवारों पर रोम होते हैं, जिनमें द्रव भरा रहता है । सामान्य तौर पर यह द्रव स्थिर रहता है। किंतु, जब तुम लगातार गोलाई में घूमने लगते हो, तो इसमें गति आ जाती है और यह गतिशील हो जाता है। अब यह गति नलिकाओं की भीतरी सतह पर स्थित रोमों के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुंचती है। इसी कारण तुम्हें चक्कर आने लगते हैं ।

32-कुछ लोग जल्दी क्यों भूल जाते हैं?

कभी-कभी देखने में आता है कि कुछ लोग याद की हुई बातों अथवा रखी हुई चीजों को शीघ्र भूल जाते हैं। क्या तुम्हारे साथ भी ऐसा होता है? दरअसल, स्मरण शक्ति क्षीण होने के कुछ खास कारण हैं । नशीले पदार्थों का सेवन स्मरण शक्ति को क्षीण कर देता है। स्मरण शक्ति पर आयु का प्रभाव भी पड़ता है। शारीरिक एवं मानसिक बीमारी भी स्मरण-शक्ति को घटाती है। इनके अतिरिक्त क्रोध, घबराहट, तनाव एवं चिंता के कारण भी स्मरण-शक्ति कमजोर हो जाती है।

33-तुम्हारा कद पूरी उम्र क्यों नहीं बढ़ता?

उत्तर :- तुम्हारे पापा का कद बढ़ना बंद हो गया है और तुम अब भी बढ़ रहे हो । ऐसा क्यों? जब बच्चा पैदा होता है, तो उसका औसतन कद 50 से.मी. होता है। जन्म 36 के बाद वह तेजी से बढ़ता है परंतु कुछ समय के बाद वृद्धि की दर धीमी पड़ जाती है। 12 वर्ष की उम्र तक कद लगभग डेढ़ गुणा अर्थात 1.7 मीटर हो जाता है। फिर, कद का बढ़ना रुक जाता है क्योंकि शरीर की ग्रंथियों का ऐसा सिस्टम (तंत्र) होता है जो कद को नियंत्रण में रखता है। कुछ बच्चे 20 वर्ष के बाद भी बढ़ते रहते हैं और सही कद 35 या 40 वर्ष की आयु के बीच तय हो पाता है। इसके बाद हर 10 वर्ष के दौरान मनुष्य 12 मिली मीटर सिकुड़ जाते हैं।

34-फल पकने के बाद वृक्ष से टूटकर क्यों गिर जाते हैं?

उत्तर :- पका हुआ अंडाशय ही फल कहलाता है। जब अंडाशय फल में परिवर्तित हो जाता है, तो यह पकने लगता है । जिस स्थान से यह डंठल से जुड़ा रहता है, उस स्थान पर एक विगलन परत का विकास होने लगता है। इसी परत के कारण ही पोषक पदार्थों का फल में पहुंचना धीरे -धीरे कम होने लगता है और अंत में बिलकुल बंद हो जाता है। जब यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है, तो फल वृक्ष से टूटकर गिर जाते हैं ।

35-मिर्च खाने के बाद पानी पीने से राहत क्यों मिलती है?

उत्तर :- जीभ में कुछ ऐसी संवेदनशील स्वाद - ग्रंथियाँ होती हैं जो मुख्य रूप से मीठे, खट्टे और कड़वे स्वादों को भली-भांति पहचानती हैं। मिर्च के कुछ रसायन स्वाद-ग्रंथियों में जलन पैदा कर देते हैं जिससे जीभ में भी जलन होने लगती है। पानी पीने से जलन पैदा करने वाले ये रसायन पानी के साथ बह जाते हैं और राहत मिलती है ।

36-धूप में पेड़ की पत्तियां गरम क्यों नहीं होतीं?

उत्तर :- पौधों की पत्तियों में प्रायः 55 से 85 प्रतिशत तक पानी होता है । पत्तियों की निचली सतह पर छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जिन्हें स्टोमेटा या रंध्र कहते हैं। जब धूप पत्तियों पर पड़ती है तो ये रंध्र खुल जाते हैं और वाष्पीकरण (पानी निकलने) की क्रिया से पानी वाष्पीकृत होना प्रारंभ हो जाता है। यह क्रिया प्रस्वेदन कहलाती है। धूप जितनी तेज होती है, प्रस्वेदन की क्रिया भी उतनी ही अधिक होती है। परिणामस्वरूपपेड़ की पत्तियां धूप में गरम नहीं होने पातीं ।

37-धूप में कुछ देर बैठने पर आलस क्यों आता है?

उत्तर :- धूप में कुछ देर बैठने पर तुम्हारे शरीर से पसीना निकलना शुरू हो जाता है। पसीना निकलने से शरीर ढीला पड़ने लगता है और तुम्हें आलस घेर लेता है। खाना खाकर भी धूप में बैठने से तुम्हें आलस आ जाता है। खाना खाने के बाद शरीर का रक्त समस्त भोजन को पचाने का काम शुरू कर देता है। मस्तिष्क को भेजा जाने वाला रक्त भी इसी कार्य में जुट जाता है। इस कारण, शरीर में आलस आ जाता है।

38-अंडा उबालने पर ठोस क्यों हो जाता है?

उत्तर :- कच्चे अंडे का आंतरिक भाग तरल होता है। अंडा उबालने पर ठोस हो जाता है। जानते हो, ऐसा क्यों होता है? अंडे के भीतरी भाग में एक प्रकार का प्रोटीन होता है जो सामान्य ताप पर तरल रहता है। किंतु, गरम करने पर यह प्रोटीन रासायनिक क्रिया के फलस्वरूप विखंडित होकर ठोस में परिवर्तित हो जाता है। अंडे के पीले भाग में वसा अधिक मात्रा में मिलती है।

39-नाखून काटने से दर्द क्यों नहीं होता?

शरीर के अंगों की रचना दो प्रकार की कोशिकाओं से होती है - जीवित और मृत कोशिकाएं। - नाखूनों की संरचना मृत कोशिकाओं से होती है। यही कारण है कि नाखूनों में रुधिर की कोशिकाएं नहीं पाई जातीं । अतः जब तुम नाखून काटते हो, तो दर्द का अनुभव नहीं होता।

40-रात्रि में पेड़ों के नीचे सोना हानिकारक क्यों हैं?

उत्तर :- पेड़ ऑक्सीजन देते हैं और अशुद्ध वायु कार्बन डाईऑक्साइड लेते हैं । पेड़ प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के दौरान ही ऑक्सीजन छोड़ने एवं कार्बन डाईऑक्साइड ग्रहण करने का कार्य करते हैं । प्रकाश संश्लेषण की क्रिया सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में केवल दिन के समय ही संभव है। रात्रि को यह क्रिया नहीं होती। रात्रि में पेड़ कार्बन डाईऑक्साइड गैस ही छोड़ते हैं और ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं। अतः रात्रि में पेड़ों के नीचे सोना हानिकारक है।

41-नमकीन चीजें खाने से प्यास क्यों लगती है?

उत्तर :- ऐसा देखा गया है कि नमक या नमकीन चीजें खाने के बाद प्यास अधिक लगती है। इसका कारण है कि नमक खाने के बाद शरीर की कोशिकाओं का पानी गुर्दों की ओर चला जाता है। इससे शरीर के अन्य भागों में अस्थायी रूप से पानी की कमी आ जाती है। पानी की इस कमी को पूरा करने के लिए ही प्यास का अनुभव होता है और तुम पानी पीते हो।

42-छींक क्यों आती है?

उत्तर :- मानव शरीर में प्रतिवर्ती-क्रियाओं के कई उदाहरण पाए जाते हैं। छींक आना भी शरीर की एक प्रतिवर्ती क्रिया है। - नाक के अंदर पाई जाने वाली म्यूकस-झिल्ली की नाड़ियों में कभी-कभी सूजन आ जाती है अथवा कोई बाहरी पदार्थ घुस जाता है। इसे दूर करने और खुजली को रोकने के लिए ही प्राय : छींक आती है।

42-हिचकी क्यों आती है?

उत्तर :- हिचकी आने पर अक्सर कहा जाता है कि कोई याद कर रहा है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। है से शरीर की अनुकूलता के विरुद्ध भारी भोजन करने से कभी-कभी पेट में गैस या अम्लीयता बढ़ जाती है। अम्लीयता बढ़ने से डायाफ्राम सिकुड़ जाता है। ऐसे समय में फेफड़ों से जाने वाली वायु रुकावट के कारण एक अजीब सी आवाज उत्पन्न करने लगती है। यही आवाज 'हिचकी' के नाम से जानी जाती है।

43-शरीर में पसीना क्यों आता है?

उत्तर :- शरीर का तापमान 37° सेल्सियस होता है। जब रक्त का तापमान शरीर के सामान्य तापमान से अधिक हो जाता है, तो ठंडक पैदा होनी शुरू हो जाती है। ऐसे में ऑक्सीजन की क्रिया भी धीमी पड़ जाती है। शरीर में निहित स्वेद-ग्रंथियों से पसीना निकलने लगता है। अतः शरीर के तापमान को स्थिर करने के लिए तुम्हें पसीना आता है।

44-औरतों की आवाज पतली और पुरुषों की मोटी क्यों होती है?

उत्तर :- तारत्व ध्वनि का एक गुण होता है। ध्वनि का मोटा अथवा पतला होना इसी तारत्व पर निर्भर करता है। औरतों की ध्वनि का तारत्व अधिक होता है, अतः उनकी आवाज पतली होती है। इसके विपरीत पुरुषों की ध्वनि का तारत्व कम होता है, अतः उनकी आवाज मोटी होती है ।

45-गरमियों में दूध जल्दी क्यों खराब हो जाता है?

उत्तर :- गरमियों में जीवाणु अधिक सक्रिय होते हैं। ये जीवाणु दूध में उपस्थित प्रोटीन, वसा तथा अन्य पदार्थों को किण्वन द्वारा कार्बनिक अम्ल में बदल देते हैं। इससे दूध में अम्लीयता बढ़ जाती है और वह खराब होकर फट जाता है।

46-इंजेक्शन लगाने से पहले डॉक्टर त्वचा को एल्कोहल से साफ क्यों करते हैं?

इंजेक्शन लगाने से पहले डॉक्टर त्वचा को एल्कोहल से इसलिए साफ करते हैं, क्योंकि एल्कोहल त्वचा में उपस्थित सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर देता है। इसके अतिरिक्त वह त्वचा को निश्चेत करके स्थानीय निश्चेतक का कार्य भी करता है।

47-जो पौधे भोजन बनाते हैं, वे हरे क्यों होते हैं?

उत्तर :- सूर्य के प्रकाश में सात रंग पाए जाते हैं। जो पौधे सूर्य के प्रकाश में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया करके भोजन बनाते हैं, वे सूर्य के प्रकाश में से केवल बैंगनी तथा लाल रंग का अवशोषण करते हैं। वे पौधे हरे रंग की तरंगदैर्ध्य को परावर्तित कर देते हैं। इसी कारण से वे हरे दिखाई देते हैं ।

48-मोटापा क्यों आता है?

उत्तर :- जब मनुष्य अधिक ऊर्जा तथा वसायुक्त आहार लेता है तथा उसको शारीरिक प्रक्रियाओं द्वारा जला नहीं सकता, तो अतिरिक्त वसा पेट के चारों ओर त्वचा के नीचे जमा हो जाती है। इसी वसा के कारण व्यक्ति मोटा तथा भारी-भरकम हो जाता है। मोटापा एक खतरनाक रोग है।

49-सरसों तथा मूंगफली का तेल द्रव रूप में ही क्यों रहते हैं?

उत्तर :- वसा दो प्रकार की होती हैं- संतृप्त और असंतृप्त । सरसों तथा मूंगफली के तेल असंतृप्त वसा से निर्मित हैं। असंतृप्त वसा में वसा अम्लों के अणुओं में एक या अधिक द्वि-आबंध होते हैं। इन वसाओं का द्रवणांक बहुत कम होता है, अतः ये तरल अवस्था में ही पाए जाते हैं। - इसके विपरीत ताजे मक्खन में द्वि- आबंध नहीं होते, जिससे वह ठोस अवस्था में रहता है क्योंकि वह संतृप्त वसा है।

50-आयु बढ़ने के साथ-साथ बहुत से व्यक्ति मोटे क्यों हो जाते हैं?

उत्तर :- आयु बढ़ने के साथ-साथ मनुष्य की ऊर्जा व्यय करने की क्षमता भी कम हो जाती है। इस अवस्था में शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए भोजन की थोड़ी मात्रा की ही आवश्यकता होती है। यदि मनुष्य पहले की तरह ही भोजन लेता रहे, तो फालतू भोजन वसा में बदल जाता है जो शरीर में इकट्ठा होता रहता है। इस कारण, ऐसे व्यक्ति मोटे हो जाते हैं।

तो आपने ऊपर के सभी विज्ञान के प्रश्न उत्तरों को पढ़ लिया होगा। उम्मीद है आपको सारे प्रश्नों के उत्तर समझ आ गये होंगे। पोस्ट अगर अच्छा लगा होगा तो अपने दोस्तों को शेयर जरूर करें। 

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