प्रोकेरियोटिक कोशिका और यूकेरियोटिक कोशिका (Prokaryotic cell and Eukaryotic cell)

answerduniya में आपका स्वागत है। क्या आप विज्ञान विषय के विद्यार्थी हैं या आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं जिसमे विज्ञान के प्रश्न आते हैं। अगर हाँ तो यह पोस्ट आपके लिए ही है, क्यूंकि इस पोस्ट में हम जंतु विज्ञान के एक महत्वपूर्ण प्रश्न  प्रोकेरियोटिक कोशिका और यूकेरियोटिक कोशिका (Prokaryotic cell and Eukaryotic cell) में अंतर के बारे में जानने  वाले हैं । 

(Difference between Prokaryotic cell and Eukaryotic cell)

प्रोकेरियोटिक कोशिका और यूकेरियोटिक कोशिका (Prokaryotic cell and Eukaryotic cell)

(1) प्रोकेरियोटिक कोशिका (Prokaryotic cell):- ये सरल रचना वाली कोशिकाएँ हैं जो मात्र एक कोशिका कला (Single cell membrane) से घिरी रहती है। चूँकि इसमें कोशिका कला के अतिरिक्त अन्य कोई कला (Membrane) नहीं होती, अत: इसमें नाभिक (Nucleus) तथा अन्य कोशिकांग (Cell  organelles), जैसे- माइटोकॉण्ड्रिया (Mitochondria), गॉल्जी काय (Golgi body), अन्तः प्रद्रव्यी जालिका (Endoplasmic reticulum), क्लोरोप्लास्ट (Chloroplast) एवं लाइसोसोम (Lysosome) आदि नहीं पाये जाते हैं। केन्द्रक पदार्थ डी.एन.ए. (D.N.A.) से निर्मित होता है। इसके चारों ओर न्यूक्लिओप्रोटीन (Nucleoprotein) का आवरण नहीं पाया जाता है। इसके न्यूक्लिओइड (Nucleoid) कहते है। केन्द्रक पदार्थ के चारों ओर केन्द्रक झिल्ली का अभाव होता है। केन्द्रिका (Nucleolus) तथा सूत्री उपकरण (Mitotic apparatus) का अभाव होता है। यह प्राय: कार्बोहाइड्रेट तथा अमीनो अम्लों द्वारा बनी कोशिका भित्ति (Cell wall) द्वारा घिरे रहते हैं। इनकी प्लाज्मा झिल्ली (Plasma membrane) से प्राय: मोजोसोम (Mesosome) नामक कुछ अन्तर्वेध (Intrusions) अन्दर की ओर निकले रहते हैं, जिनकी संरचना जटिल होती है। इनमें अमीबीय गति (Amoeboid movement) नहीं पाई जाती है। इसके अतिरिक्त सर्वव्यापी वितरण, शीघ्र वृद्धि, लघु पीढ़ी काल (Short generation period), जीव रासायनिक व्यापकता (Biochemical versatility) एवं जीन सम्बन्धी व्यापकता (Genic flexibility) इनके विशेष गुण हैं। इन कोशिकाओं में राइबोसोम छोटे माप 705 के होते हैं तथा कोशिका विभाजन के समय तर्कु (Spindle) नहीं बनता है। विकास के प्रमाणों से पता चलता है कि प्रोकेरियोटिक कोशिका से ही यूकेरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell) का उद्भव हुआ है। जीवाश्मों में प्रोकेरियोटिक कोशिका तीन अरब पूर्व भी पायी गयी है, जबकि यूकेरियोटिक का उद्भव लगभग एक अरब वर्ष पूर्व हुआ है। प्रोकेरियोटिक कोशिका तथा यूकेरियोटिक कोशिका में प्रमुख समानता यह है कि दोनों में जेनेटिक कोड (Genetic code) तथा प्रोटीन संश्लेषण (Protein synthesis) की क्रिया-विधि समान होती है। इसके अन्तर्गत जीवाणु कोशिका (Bacterial cell), नीले हरे शैवाल (Blue-green algae) तथा पी. पी. एल. ओ. (PPLO Pleuro Pneumonia like Organism) इत्यादि आते हैं।

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(2) यूकेरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell):- ये कोशिकाएँ पूर्ण रूप से सुविकसित होती हैं अर्थात् इनमें केन्द्रक एवं कोशिकांग (Cell organelles) पाये जाते हैं। इस प्रकार की कोशिकाएँ जीवाणु तथा नीली-हरी शैवालों के अतिरिक्त प्राय: सभी जीवधारियों में पायी जाती हैं। केन्द्रक पदार्थ के चारों ओर निश्चित केन्द्रक झिल्ली होती है तथा कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm) में माइटोकॉण्ड्रिया, क्लोरोप्लास्ट (Chloroplast), गॉल्जीकाय (Golgi body) एवं लाइसोसोम (Lysosome) आदि कोशिकांग (Organelles) होते हैं। इनके कोशिकाद्रव्य (Cytoplasm) में अमीबीय गति (Amoeboid movement) होती है। केन्द्रक (Nucleus) में केन्द्रिका (Nucleoli) होते हैं। एक से अधिक गुणसूत्र (Chromosome) में हिस्टोन पाया जाता है। इन कोशिकाओं के द्वारा सभी प्रकार की उपापचय क्रियाएं की जातीहैं तथा इनका स्वभाव सहयोगी होता है।

प्रोकेरियोटिक कोशिका और यूकेरियोटिक कोशिका में अंतर(Difference between Prokaryotic cell and Eukaryotic cell)

प्रोकेरियोटिक कोशिका (Prokaryotic cell)

1. यह प्रारम्भिक या आद्य (Primitive) कोशिका है।

2. इसकी कोशिका भित्ति (Cell wall) प्रोटीन एवं कार्बोहाइड्रेट की बनी होती है।

3. इसके कोशिकाद्रव्य में कोशिकांग (Organelles) का अभाव होता है।

4. इन कोशिकाओं में राइबोसोम 70S श्रेणी के होते हैं जो 50S एवं 30S सब यूनिटों (Subunit) के होते हैं।

5. इन कोशिकाओं में वास्तविक केन्द्रक नहीं होता केन्द्रक पदार्थ (क्रोमेटिन) स्वतन्त्र रूप से कोशिका द्रव्य में वितरित रहता है।

5. हिस्टोन (Histone) अनुपस्थित होता है।

7. न्यूक्लिओलस (Nucleolus) एवं सेन्ट्रियोल (Centriole) का अभाव होता है।

8. विभाजन के समय तर्कु (Spindle) नहीं बनता।

9. सूत्री विभाजन असूत्री विभाजन (Amitosis) द्वारा होता है।

10. श्वसनं एवं प्रकाश-संश्लेषण एन्जाइम प्लाज्मा झिल्ली में होते हैं।

11. सूत की लच्छी के समान केवल एक डी.एन.ए. का गुणसूत्र (Chromosome) बना होता है।

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यूकेरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell)

1. यह सुविकसित (Developed) कोशिका है।

2. इसकी कोशिका भित्ति प्राणियों की कोशिका में प्लाज्मा झिल्ली के रूप में पायी जाती है तथा पादप कोशिकाओं

में यह सेलूलोस (Cellulose) की बनी होती है।

3. इसके कोशिकाद्रव्य में एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम (Endoplasmic reticulum) माइटो काण्डूया। (Mitochondria) गाल्जी काय (Golgi body) लाइसोसोम (Lysosome) एवं प्लैस्टिड (Plastid) आदि होते हैं।

4. इन कोशिकाओं के राइबोसोम 80S श्रेणी के होते हैं तथा 60S एवं 40S सब यूनिटों के होते हैं।

5. इसमें केन्द्रक निश्चित स्थिति में होता है। इसके चारों ओर स्पष्ट केन्द्रक झिल्ली (Nuclear membrane) होती है। इस झिल्ली के अन्दर केन्द्रक पदार्थ होता है।

6. हिस्टोन (Histone) क्रोमेटिन पदार्थ का महत्वपूर्ण घटक है।

7. न्यूक्लिओलस एवं सेन्ट्रिओल पाये जाते हैं।

8. विभाजन के समय तर्कु (Spindle) बनता है।

9. कोशिका विभाजन सूत्री तथा अर्द्धसूत्री दोनों प्रकार से होता है।

10. श्वसन एवं प्रकाश-संश्लेषण एन्जाइम माइटोकॉण्ड्रिया एक क्लोरोप्लास्ट में होता है।

11. केन्द्रक में एक से अधिक गुणसूत्र होते हैं।

इस पोस्ट में हमने (Prokaryotic cell and Eukaryotic cell) के बारे में जाना। जो विभिन्न परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है ।

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