अमीनो अम्ल तथा पेप्टाइड्स क्या होता है (What are amino acids and peptides in Hindi)

नमस्कार,आंसर दुनिया के इस पेज में आपका स्वागत है। मनुष्य के भोजन में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन तथा लिपिड पाये जाते हैं। प्रोटीन जीवों के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण होते हैं और इनका निर्माण अमीनो अम्लों (Amino acids) से होता है। अमीनो अम्लों को प्रोटीन्स भवन खण्ड (Building blocks) कहा जाता है क्योंकि प्रोटीन, अमीनो अम्लों के पॉलीमर्स होते हैं। सभी जीवों के प्रोटीन्स से अब तक 20 प्रमुख अमीनो अम्ल को पृथक् किये गये हैं। इसके अतिरिक्त 80 अमीनो अम्लों को भी पौधों, प्राणियों एवं सूक्ष्मजीवों से पृथक् किया गया है। इस पोस्ट में अमीनो अम्ल तथा पेप्टाइड्स क्या होता है (What are amino acids and peptides in Hindi) के बारे में जानेंगे। 

जैसे (Citriline) सिट्रीलीन, तरबूज के रस से तथा कोलेजन से हाइड्रा क्सिलायसिन (Hydroxylyciyin) प्राप्त किया गया है।

अमीनो अम्ल तथा पेप्टाइड्स क्या होता है (What are amino acids and peptides in Hindi)

अमीनो अम्ल (Amino acid)- 

प्रोटीन की सबसे छोटी संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई (Structural and Functional Unit) है। अमीनो अम्ल में दो क्रियात्मक इकाई पाये जाते हैं -

  1. अमीनो समूह (-NH2)  
  2. कॉर्बोक्सिलिक समूह (-COOH)

-COOH समूह में हाइड्रोजन देने व -NH2 समूह में हाइड्रोजन को ग्रहण करने की क्षमता पायी जाती है। इसे उभयधर्मी आयन कहते हैं। प्रोटीन में दो अमीनो अम्लों के बीच पेप्टाइड बन्ध का निर्माण होता है। सामान्यतः 'अमीनो अम्ल' (Amino acids) उस यौगिक को कहते हैं, जिसमें अमीनो समूह (Amino group) एवं अम्लीय कार्य (Acidic Function) पाया जाता है। अमीनो अम्ल की सामान्य संरचना को निम्नलिखित सूत्र द्वारा प्रदर्शित किया जाता है -

Structure of amino acid



Structure of amino acid

H जहाँ NH2 एक अमीनो समूह COOH एक कॉर्बोक्सिल | समूह तथा -R एक कार्बोनिक समूह को प्रदर्शित करता है। R- समूह जिस कार्बन परमाणु से जुड़ा रहता है, उसे α-कार्बन कहते हैं। अधिकांश अमीनो अम्ल का α -कार्बन सहसंयोजी बन्धों (Covalent bonds) के द्वारा 4 विभिन्न | समूहों से संयोजित रहता है। सबसे सरलतम अमीनो अम्ल ग्लाइसीन (Glycine) है। जैसा कि अमीनो एवं कार्बोक्सिल समूह एक ही कार्बन परमाणु (α- कार्बन) से जुड़े रहते हैं। अतः उन्हें α- अमीनो अम्ल (α- amino acid) कहते हैं।

Aspartice acid Glutamic acid

ऐम्फोटेरिक (Amphoteric Properties)- 

चूंकि अमीनो अम्लों में दोनों ही अमीनों समूह तथा कार्बोक्सिलिक समूह पाये जाते हैं। अतः ये कमजोर क्षार (Weak alkali) या कमजोर अम्ल (Weak acids) की तरह व्यवहार करते हैं। इस तरह के दोहरे गुण रखने वाले पदार्थों को ऐम्फोटेरिक यौगिक कहते हैं या ज्वीटर आयन (Zwitter ion) भी कहते हैं। 

वर्गीकरण (Classification)- अमीनो अम्लों को उसके पार्श्व श्रृंखला (Side chains) आकार के आधार पर निम्न प्रकारों में बाँटा गया है

(a) ऐलिफैटिक पार्श्व श्रृंखला (Aliphatic side chain) इसके उदाहरण ग्लाइसीन, ऐलेनीन, वेलीन, न्यूसीन तथा प्रोलीन हैं। 

(b) हाइड्रॉक्सिल ऐलिफैटिक पार्श्व श्रृंखला (Hy droxyl aliphatic side Chains) इसके उदाहरण सेरीन तथा थ्रियोनीन है। 

(c) ऐरोमैटिक पार्श्व श्रृंखला (Aeromatic side chains)-फिनाइलेनीनटायरोसिन तथा टिप्टोफेन 

(d) बैसिक पार्श्व शृखला (Basic side chains) - लायसिन, आर्जिनीन एवं हिस्टीडीन। 

(e) अम्लीय पार्श्व श्रृंखला Acidic side chains) -ऐस्पार्टिक एवं ग्लूटामिक अम्ल।

(f) ऐमाइड पार्श्व शृंखला (Amide side chains) - ऐस्पराजीन एवं ग्लूटामिक अम्ल । 

(g) सल्फर पार्श्व श्रृंखला (Sulphur side chains) -सिस्टीन एवं मिथियोनीन। सरचनात्मक दृष्टि से अमीनो अम्लो को तीन श्रेणियों में विभक्त किया जा सकता है।

अमीनो अम्लो को तीन श्रेणियों में विभक्त किया जा सकता है।

1.अम्लीय अमीनो अम्ल (Acidic Amino acidc) - इन एमीनो अम्लो में दो कार्बोक्सिलिक अम्ल तथा एक अमीनो वर्ग होता है। 

उदाहरण- एस्पार्टिक अम्ल, ग्लूटैमिक अम्ल 

2. क्षारीय अमीनो अम्ल (Basic amino acid) - अमीनो अम्ल में एक अमीनो तथा एक कार्बोक्सिलिक समूह होता है। 

उदाहरण- लाइसिन, आर्जिनीन 

3. उदासीन अमीनो अम्ल (Neutral amino acid) - एक अमीनो तथा एक ही कार्बोक्सिलिक समूह वाले अमीनो अम्ल उदासीन अमीनो अम्ल कहलाते है। 

उदाहरण- वैलिन, ऐलेनीन

आवश्यक एवं अनावश्यक अमीनो अम्ल (Essential and Non-essential amino acids)- 

अमीनो अम्लों को हम उसके शरीर के अन्दर संश्लेषित होने या नहीं होने के गुणों के आधार पर निम्नलिखित तीन समूहों में विभाजित करते हैं 

1.आवश्यक अमीनो अम्ल (EssentialAmino ac ids)- इस तरह के अमीनो अम्ल शरीर में संश्लेषित नहीं होते हैं बल्कि भोज्य पदार्थों के द्वारा प्राप्त किए जाते हैं। 

उदाहरण- वेलिन (Valine), ल्यूसीन (Leucine), लायसिन (Lysine) आदि। 

2. अनावश्यक अमीनो अम्ल (Non-essential amino acids)- ये वे अमीनो अम्ल हैं, जिनका शरीर में संश्लेषण किया जाता है। इस तरह के दो अमीनो अम्ल मनुष्य के शरीर में विशिष्ट स्थान रखते हैं।

उदाहरण- एलेनीन (Alanine), आर्जिनीन  ग्लाइसीन (Glysine) आदि।

3. अर्द्ध-आवश्यक अमीनो अम्ल (Semi-essen tial amino acids)- ये ऐसे अमीनो अम्ल हैं जिनका आंशिक संश्लेषण शरीर में होता है।

उदाहरण- आर्जिनीन है (Arginine) vai feteista (Histidines).

जानें- पारिस्थितिक तंत्र क्या है।

पेप्टाइड्स क्या है (what is Peptides)

जब दो या दो से अधिक अमीनो अम्ल पेप्टाइड बन्धों (Peptide bonds) के द्वारा आपस में संयोजित होते हैं तथा जो पदार्थ बनाता है उसे पेप्टाइड (Peptide) कहते हैं। बन्ध से आशय अमीनो अम्लों के बीच ऐमाइंड (Amide) की कड़ी से होता है। ऐसे अमीनो अम्ल जिसमें एक पेप्टाइड सहलग्नता (Peptide Linkage) होती है उसे डाइपेप्टाइड (Dipeptide) तथा ऐसा अणु जिसमें दो पेप्टाइड सहलग्नता होती है उनको ट्राइपेप्टाइड (Tripeptide) कहते हैं। इसी तरह से टेट्रापेप्टाइड (Tetrapeptide) जिसमें तीन पेप्टाइड सहलग्नता होती है तथा 10 अमीनो अम्ल से अधिक संयोजन से बनने वाले पदार्थ को ओलिगोपेप्टाइड (Oligopeptide) कहते हैं।

 पेप्टाइड के अनेक जैविकी कार्य 

  1. ये प्रोटीन्स के निर्माण में मध्यस्थ (Intermediat) के रूप में कार्य करते हैं। 
  2. ये यौगिकों के समूहों के घटक के रूप में होते हैं, जिनको एल्केलाइड (Alkalide) कहते हैं। 
  3. कुछ पेप्टाइड्स के प्रतिरोधी जीवाणुवीय अभिक्रियाएँ (Antibacterial activities) पाई जाती हैं। ये सामान्यतः फफूंद एवं जीवाणु में पाये जाते हैं। 
  4. कुछ अन्य पेप्टाइड्स वृद्धि कारक (Growth factor) फॉलिक अम्ल (folic acid) पानी में घुलनशील विटामिन होता है। 
  5. उच्च श्रेणी के प्राणियों के कुछ पेप्टाइड्स हॉर्मोन्स (Hormones) की तरह कार्य करते हैं। 
  6. कुछ पेप्टाइड्स कोशिका के ऑक्सीकरण-अपचायक विभव (oxiation-reduction potential) को नियंत्रित करते हैं। जैसे- ग्लूटाथीयोन (Glutathione) Sarzreamine
  7. कुछ पेप्टाइड्स प्राणियों के कुछ मनोवैज्ञानिक विसंगतियों को उत्पन्न करते हैं। 

अमीनो अम्ल के कार्य (function of amino acid)

  1. अमीनो अम्ल का मुख्य कार्य प्रोटीन का संश्लेषण करना है। 
  2. कुछ अमीनो अम्ल वर्णको में रूपान्तरित हो जाते है हमारी त्वचा में उपस्थित मिलैनिन वर्णक। टायरोसिन से बनता है। 
  3. अमीनो अम्ल के व्युत्पन्न एमाइड्स कहलाते है, वे शरीर में संचित नाइट्रोजन के रूप में होते है।
इस पोस्ट में हमने अमीनो अम्ल तथा पेप्टाइड्स क्या होता है (What are amino acids and peptides in Hindi)  के बारे में जाना। विभिन्न परीक्षाओं में अमीनो अम्ल तथा पेप्टाइड्स  से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।

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