तालाब का पारिस्थितिक तंत्र (What is the ecosystem of the pond)

तालाब का पारिस्थितिक तंत्र है? (What is the ecosystem of the pond? | pond ecosystem in hindi

नमस्कार दोस्तों, इस आर्टिकल में हम तालाब का पारिस्थितिक तंत्र के बारे में जानेंगे। पृथ्वी पर सभी जीवों एवम पादपों के जीवन के लिए पारिस्थितिक तंत्र बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। आज इसी पारिस्थितिक तंत्र के एक रूप तालाब का पारिस्थितिक तंत्र के बारे में विस्तार से जानेंगे। जलीय पारिस्थितिकी तंत्र (Water ecosystem) - जलीय पारिस्थितिकी तंत्र को समझने के लिए यहाँ पर तालाब के इकोतंत्र का वर्णन किया जा रहा है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- UPSC,STATE PCS, RRB, NTPC, RAILWAY, CDS इत्यादि में पारिस्थितिक तंत्र से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं।

talab ka paristhitik tantra

Talab ka Paristhitik Tantra | pond ecosystem in hindi

1. अजैविक घटक (Abiotic components) -

जलाशय में तापमान, प्रकाश, जल का pH मूल अकार्बनिक पदार्थ जैसे-जल, कार्बन, कार्बन डाइ ऑक्साइड, आक्सीजन, नाइट्रोजन, कैल्शियम, फॉस्फेट आदि तथा मूल कार्बनिक पदार्थ जैसे—अमीनो अम्ल, कार्बोनिक अम्ल आदि अजैवीय घटक हैं।

ये पोषक तत्व घोल अथवा कणों के रूप में पाये जाते हैं। तालाब के जल में CO2, O2 तथा अन्य गैसें व अकार्बनिक तत्व घुले रहते हैं। कुछ अजैविक घटक तालाब के निचले स्तर में पाये जाते हैं। सूर्य की ऊर्जा द्वारा CO2, जल तथा अजैविक घटकों की उपस्थिति में हरे जलीय पौधे - प्रकाश संश्लेषण द्वारा भोजन का निर्माण करते हैं, जो विभिन्न जीवों के लिए आवश्यक होता है। इन पौधों व जीवों की मृत्यु के पश्चात् जटिल पदार्थ विघटित होकर अजैविक घटकों के रूप में पुन : पानी में मिल जाते हैं और यह पारिस्थितिक तंत्र बराबर चलता रहता है।

2. जैविक घटक (Biotic components) -

स्वच्छ जल के जलाशय में जैवीय घटक के अन्तर्गत पाये जाने वाले जीवों को निम्नलिखित तीन श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है - जैसे- उत्पादक (Producers), उपभोक्ता (Consumers) तथा अघटनकर्त्ता (Decomposers) आते हैं, जिनका वर्णन निम्न प्रकार है -

पढ़ें- वन का पारिस्थितिक तंत्र क्या है?

(1) उत्पादक (Producers) -

तालाब इकोसिस्टम के प्रथम उत्पादक जलीय पौधे होते हैं, ये निम्न क्रम में बनते हैं -

(a) पादप-प्लवक (Phoytoplankton)-

ये अत्यन्त सूक्ष्म तैरने वाले पौधे हैं, जो जलाशय के उन सभी भागों में पाये जाते हैं, जहाँ प्रकाश पहुँचता है। इनमें से अधिकांश शैवाल (Algae) हैं तथा इनकी अधिकता होने पर जल का रंग हरा प्रतीत होता है। ये अति सूक्ष्म होते हैं। तालाब में जहाँ तक प्रकाश की किरणें प्रवेश पाती हैं वहाँ तक इनकी संख्या काफी अधिक होती है। उदाहरण- माइक्रोसिस्टिस (Microcystis), युग्लीना (Euglena), वालवॉक्स (Vol vox), ऐनाबीना (Anabaena)।

(b) रेशेदार शैवाल (Filamentous Algae) -

इसमें विभिन्न प्रकार के तन्तुमय शैवाल सम्मिलित हैं। पानी पर तैरते हुए तथा किनारों की ओर घना जाल बनाते हुऐ तालाबों में पाये जाते हैं। उदाहरण- ऊडोगोनियम (Oodogonium), स्पाइरोगोगायरा (Spirogyra), कारा (Chara) आदि।

(c) निमग्न पादप (Submerged plants) -

ये पौधें जड़ों द्वारा तालाब की जमीन में लगे होते हैं। उदाहरण हाइड्रिला (Hydrela), वैलिसनेरिया (Vallisneria)। -

(d) निर्गत पादप (Emergent plants) -

इस पादप की जड़ें पानी के अन्दर तथा शेष भाग पानी के ऊपर निकला होता है। उदाहरण - रीड़ (Reed)।

(e) सतह पर तैरने वाले पादप (Surface of float ing plants) -

ये पौधे पानी की सतह पर तैरते रहते हैं। उदाहरण - पिस्टिया (Pistia)।

जानें- पारिस्थितिक तंत्र-  सरंचना घटक और विशेषताएं।

(2) उपभोक्ता (Consumers) -

इसमें जलाशय में पाये जाने वाले जन्तु सम्मिलित हैं, जो प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक उपभोक्ता हैं। ताल में पाये जाने वाले विभिन्न प्राणियों का समूह उपभोक्ता होता है।

(a) प्राथमिक उपभोक्ता (Primary consumers) -

ये पादपों को खाते हैं। इन्हें निम्न वर्गों में बाँटा जाता है -

(i) प्राणी प्लवक (Zooplankton) -

ये ताल के अन्दर लहरों के साथ तैरते उतरते रहते हैं। उदाहरण - साइक्लोप्स (Cyclops), डैफ्निया (Daphnia), कोपीपोड (Copep ods) और रोटिफर (Rotifer)।

(ii) तरणक (Naktones) -

ये अपने चलन अंग (Locomotory organs) की सहायता से तैरते हैं।

(iii) नितलक (Benthos) -

ताल (pond) के तल पर रहने वाले हैं।

(b) द्वितीयक तथा तृतीयक उपभोक्ता (Second ary and Tertiary consumers) -

ये शाकाहारी जलीय जन्तु का भक्षण करते हैं। उदाहरण- मछली, मेढक, पानी का साँप।

(c) सर्वोच्च उपभोक्ता (Higher consumers) -

ये द्वितीयक तथा तृतीयक उपभोक्ताओं का भक्षण करते हैं। उदाहरण- बड़ी मछली, बगुला, कछुआ।

(3) अपघटक (Decomposers) -

जलीय पौधें तथा जन्तुओं के मरने के बाद उनके सूक्ष्मजीवी (Mircroo rganisms ) उनके कार्बनिक पदार्थों को साधारण तत्वों में बदल देते हैं।


आज के इस आर्टिकल में हमने तालाब का पारिस्थितिक तंत्र के बारे में विस्तार से जाना। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में तालाब का पारिस्थितिक तंत्र से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं।

उम्मीद करता हूँ कि तालाब का पारिस्थितिक तंत्र का यह आर्टिकल आपके लिये उपयोगी साबित होगा, यदि आपको आर्टिकल पसंद आये तो आर्टिकल को शेयर जरुर करें।

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