लागत - पारिभाषिक शब्दावली (cost - terminology)

हेलो दोस्तों, answerduniya.com में आपका स्वागत है। इस पोस्ट में हम लागत से सम्बंधित पारिभाषिक शब्दावली के बारे में जानने वाले हैं। लागत अर्थशास्त्र विषय का एक टॉपिक जिससे जुड़े महत्वपूर्ण शब्दों की परिभाषा सहित सूची इस पोस्ट में दी जा रही है। जिससे लागत की परिभाषिक शब्दावली कहा जाता है।  इन पारिभाषिक शब्दावली में उनके साथ उसके अर्थ भी दिए गए है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर इस पोस्ट को तैयार किया गया है इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर पढ़ें।

लागत - पारिभाषिक शब्दावली (Cost - Terminology)

cost - terminology

Lagat Paribhashik Shabdavali

1.उत्पादन लागत (Cost of Production)- उत्पादन के साधनों को उनकी सेवाओं के क्रय मूल्य प्रतिफलस्वरूप उत्पादन को प्राप्त करने के लिये फर्म द्वारा किये गये कुल मौद्रिक त्याग को उत्पादन लागत कहते है।

2. मौद्रिक लागत (Money Cost)- प्रो.हैन्सन के अनुसार- एक वस्तु की एक निश्चित मात्रा उत्पादित करने की मौद्रिक लागत उत्पादन के विभिन्न साधनों, जो की उस वस्तु के उत्पादन में प्रयोग किए गए भुगतानों का योग होता है। इस प्रकार मौद्रिक लागत उत्पादन के साधनों को मुद्रा के रूप में किए गए भुगतानों का योग होता है।

3.स्प्ष्ट लागत (Explicit Costs)- वे लागत जिसमें एक उत्पादन द्वारा वस्तुओं एवं सेवाओं, साधनों,साधनों को दूसरे स्वामी से प्राप्त कर उसके बदले में उसे जो भुगतान किया जाता है उसे फर्म को स्प्ष्ट लागत कहते है। जैसे- श्रमिकों को दी गई मजदूरी आदि।

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4.अस्प्ष्ट लागत (Implicit Costs)- एक उत्पादक जब स्वयं अपने साधनों एवं सेवाओं के बदले भुगतान पता है एवं किसी भी बाहरी व्यक्ति को भुगतान नहीं करता है तो इसे ही अस्प्ष्ट लागत कहते है। जैसे- व्यापार हेतु स्वयं की निजी भवन को किराया देना।

5.विक्रय लागत (selling Costs)- विक्रय लागत वे लागत है जो वस्तु की बिक्री बढ़ाने के लिए विज्ञापन, प्रचार एवं प्रसार पर व्यय किए जाते है।

6.वास्तविक लागत (Real Costs)- प्रो मार्शल के अनुसार- किसी वस्तु के निर्माण विभिन्न प्रकार के श्रमिकों को जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्रयत्न करने होते है वस्तु के निर्माण में प्रयुक्त की जाने वाली पूँजी को बचाने के लिए जो संयमयुक्त प्रतीक्षा करनी होती है, ये सब मिलकर वस्तु की वास्तविक लागत की अंश होती है।

7.अवसर लागत (Opportunity Cost)- जब उत्पादन के विभिन्न साधनों में से एक विशिष्ट साधन को अपने वर्तमान प्रयोग में बनाये रखने से उसके दूसरे विकल्प या प्रयोग में जाने के अवसर प्रदाय नहीं करती है तो यही उस साधन की अवसर लागत कहलाती है।

8.कुल लागत (Total Cost)- किसी फर्म को उत्पादन की एक निश्चित मात्रा उत्पादित करने के लिए जो कुल व्यय करना पड़ता है उसे उस फर्म की कुल लागत कहा जाता है।

9.स्थिर या पूरक लागत(Fixed or Supplementary Cost)- बेन्हम के अनुसार- एक फर्म की स्थिर लागत, वह लागत है, जो उत्पादन की मात्रा के अनुसार परिवर्तित नहीं होती है।

10.परिवर्तनशील या प्रमुख लागत (Variable or Prime)- बेन्हम के अनुसार- एक फर्म की परिवर्तनशील लागतें, वे लागतें होती है, जो उत्पादन की मात्रा में परिवर्तन होने के साथ बदलती रहती है।

11.औसत स्थिर लागत (Average Fixed Cost)- औसत स्थिर लागत, कुल स्थिर लागत को फर्म के कुल उत्पादन मात्रा से भाग दिए जाने पर प्राप्त होती है। इसे प्रति इकाई स्थिर लागत भी कहा जाता है।

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12.औसत परिवर्तनशील लागत (Average Variable Cost)- कुल परिवर्तनशील लागत को फर्म के कुल उत्पादन की इकाइयों से भाग दिए जाने पर जो भजनफल प्राप्त होता है, उसे ही औसत परिवर्तनशील लागत कहते है।

13.औसत कुल लागत (Average Total Cost)- औसत कुल लागत से अभिप्राय, उत्पादन की कुल प्रति इकाई लागत से है। जब उत्पादन की कुल लागत को उत्पादित इकाईयों की संख्या से भाग दिया जाता है। उसे औसत कुल लागत है।

14.सीमान्त लागत (Marginal Cost)- सीमान्त  इकाई का तात्पर्य एक अतिरिक्त इकाई या अंतिम इकाई से होता है। अतएव उत्पादन की एक अतिरिक्त इकाई को बढ़ाने या घटाने से कुल उत्पादन लागत में जो कमी/वृद्धि होती है उसे ही सीमान्त लागत कहते है।

15.तकनीकी बचतें (Technical Economic)- उत्पादन की तकनीक में सुधार करने पर बचतें प्राप्त होती है, उसे तकनीकी बचतें कहते है। जैसे- आधुनिक मशीनें, बड़े आकार की मशीनें आदि।

16.प्रबन्धकीय बचतें (Managerial Economic)- उत्पादन की मात्रा को बढ़ाने पर प्रबन्ध पर होने वाले व्ययों में कमी आती है, जिसे प्रबन्धकीय बचतें कहते है।

17.आगम (Revenue)- एक उत्पादन या फर्म को उनके द्वारा उत्पादित वस्तु की बिक्री से जो मूल्य प्राप्त होता है, उसे ही फर्म की आय या आगम कहते है।

18.औसत आगम (Average Revenue)- मैकोनल के अनुसार- किसी वस्तु की बिक्री से प्राप्त होने वाला प्रति इकाई आगम, औसत आगम है।

19. सीमान्त आगम (Marginal Revenue)- एक अतिरिक्त इकाई को बेचने से फर्म की कुल आय में जो वृद्धि होती है, सीमान्त आगम कहते है।

20.विपणन बचतें (Marketing Economic)- कोई भी फर्म जब अपने उत्पादन की मात्रा को बढ़ाती है, तो विक्रय लागतें उस अनुपात में नहीं बढ़ती है, जिससे प्रति इकाई में कमी आ जाती है।

इस पोस्ट में हमने लागत - पारिभाषिक शब्दावली (cost - terminology) के बारे में जाना। लागत अर्थशास्त्र से जुदा एक शब्द है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में लागत - पारिभाषिक शब्दावली (cost - terminology) से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।

आशा करता हूँ कि लागत - पारिभाषिक शब्दावली (cost - terminology) की यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी ,यदि आपको अच्छा लगा हो तो इस पोस्ट को शेयर जरुर करें।


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