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पुष्पीय पादपो में लैंगिक जनन-पारिभाषिक शब्दावली (Sexual Reproduction in Floral Plant-Terminology)

पुष्पीय पादपो में लैंगिक जनन-पारिभाषिक शब्दावली (Sexual Reproduction in Floral Plant-Terminology)

नमस्कार, आपका answerduniya.com में स्वागत है। इस लेख में हम पुष्पीय पादपो में लैंगिक जनन-पारिभाषिक शब्दावली (Sexual Reproduction in Floral Plant-Terminology) के बारे में जानने वाले हैं। किसी विषय विशेष से सम्बंधित महत्वपूर्ण शब्दों की परिभाषा सहित सूची को पारिभाषिक शब्दावली कहा जाता है। किसी भी विषय को पढ़ने से पहले उसके पारिभाषिक शब्दावली के बारे में हमें जरूर जान लेना चाहिए ।

Reproduction in Floral Plant-Terminology

Pushpiya Padpo me Laigik Janan Paribhashik Shabdavali

1.अन्त:चोल(Intine)-परागकण की आंतरिक सतत पतली भित्ति जो पेंटासेल्युलोज की बनी होती है।

2.मध्यफलभित्ति(Mesocarp)-त्रिस्तरीय पेरीकार्प या फल भित्ति के बीज का स्तर।

3.मीजोगैमी(Mesogamy)-परागनलिका का अध्यावरण से होते हुए भ्रूणकोष में प्रवेश।

4.बीजांडव्दार(Micropyle)-बीजांड के अध्यावरण में स्थित वह छिद्र जिससे प्राय: परागनलिका बीजांड में प्रवेश करती है व जो बीज में भी वैसा ही बना होता है।

5.एकबीजाणुक(Monosporic)-ऐसा भ्रूण कोष जिसके निमार्ण से केवल एकगुरुबीजाणुक भाग लेता है।

जानें- मानव जनन-जीवविज्ञान पारिभाषिक शब्दावली

6.उभयलिंगाश्रयी(Monoccious)-नर व मादा दोंनो प्रकार के एकलिंगी पुष्पों को धारण करने वाला पौधा।

7.बीजांडकाय(Nucellus)-बीजांड के बीचो -बीच स्थिर भाग जिसमें भ्रूण कोष विकसित होता है।

8.अणडाशय(Ovary)-पुष्प के मादा जनन भाग अणडप का निचला फैला हुआ भाग जिसमे बीजांड स्थिर होता है ,जो निषेचन के बाद फल में बदल जाता है।

9.बीजांड(Ovary)-अंडाशय में स्थिर गुरुबीजाणुधानी जिसमें अर्धसूत्री विभाजन व्दारा भ्रूण कोष का निर्माण होता है

10.अनिषेकफलन(Parthenocarpy)-बिना निषेचन के फलों का विकास ,ऐसे फल बीज रहित होते हैं व अनिषेक जनन कहलाते हैं।

11.फलभित्ति(Pericarp)-परिपक्व अंडाशय की भित्ति जो निषेचनोपरांत फलभित्ति में बदल जाती है।

12.बीजांडासन(Placenta)-अंडाशय का वह स्थान जहाँ बीजांड लगे होते हैं।

13.बीजांडन्यास(Placentation)-बीजांडासन पर बीजांडो के लगे होने के क्रम अर्थात विन्यास का तरीका।

14.त्रिकर्सलयन(Tripalfusion)-2 ध्रुवीय केन्द्र को के एक नर युग्मक के साथ संलयन से त्रिगुणित भ्रूणपोष कोशिका बनना।

15.परागण (Pollination)-परागकणों के एक पुष्प के परागकोष से उसी पुष्प अथवा उसी प्रजाति के किसी अन्य पुष्पों के वर्तिकाग्र तक स्थानान्तरण की प्रक्रिया।

पढ़ें- जैव प्रौद्योगिकी- पारिभाषिक शब्दावली

16.सिनगैमी(Syngamy)-नर व मादा युग्मकों का संलयन \निषेचन

17.परागकण(Pollen)-परागकोष में बने अगुणित लघुबीजाणु जो नर युग्मकोदभिद का प्रतिनिधित्व करते हैं।

18.बहुभ्रूणता(Polyembryony)-बीज में एक से अधिक भ्रूणों के पास जाने की अवस्था।

19.बरुथीकास्क्यूटेलम(Scutellum)-एकबीजपत्रियों का एकमात्र बीजपत्र।

20.परिपक्वभ्रूणकोष(MatureEmbryoSac)-परिपक्व भ्रूणकोष में 7 कोशिकीय और 8 केन्दीकीय होते है।

21.बीज(Seed)-परिपक्व बीजांड जिसमे भ्रूण स्थित होता है।

22.साइफोनोगैमी(Siphonogamy)-परागनलिका की मदद से नरयुग्मक को मादा युग्मक के पास पहुचाने की क्रिया।

23.पुंकेसर(Stamen)-पुष्प के नर लैंगिक भाग की इकाई जो पुतंतु व परागकोष से बनी हो।

24.टेपीटम(Tapetum)-परागकोष भित्ति का सबसे भीतरी पोषक स्तर जो लघुबीजाणु मातृकोशिका व लघुबीजाणुओं को पोषण प्रदान करता है।25.टेस्टा(Testa)-बीज का बाह्य कवच जो बीजाण्ड के बाहरी अध्यावरण से विकसित होता है।

26.पुष्पासन(Thalamus)-पुष्प वृन्त का ऊपरी फूला हुआ भाग जिस पर पुष्प की चारों भूमियाँ(Whoris) लगी होती है।

27.जीवनक्षमता(Viability)- परागकण अथवा बीजों की अंकुरण करने में सक्षम होने की क्षमता ।

जानें- पादप ऊतक -पारिभाषिक शब्दावली 

28.परपरागण(Xenogamy)-वह परागण जिसमें परागकण एक पुष्प के परागकोष से उसी प्रजाति के किसी अन्य पौधे पर स्थित पुष्प के वर्तिकाग्र तक स्थानान्तरित होते हैं।

29.युग्मनज(Zygote)-लैंगिक जनन में नर व मादा युग्मक के संलयन से बनी द्विगुणित कोशिका।

30.भ्रूणपोषी(Albuminous)-ऐसे परिपक्व बीज जिनमें भ्रूणपोष बना रहता है। जैसे-नारियल,मक्का।

31.एल्यूरॉनपरत(Aleuronelayer)-एकबीजपत्री बीजों में भ्रूणपोष के चारों ओर पायी जाने वाली परत जिसकी कोशिकाओं में एल्यूरॉन होती है।

32.पीढ़ीएकान्तरण(AlternationofGeneration)-पौधों का प्रारूपिक जीवन-चक्र जिसमें द्विगुणित बीजाणुद्भिद पीढ़ी अगुणित युग्मकोद्भिद पीढ़ी से एकान्तरित होती है।

33.ऑटोगैमी(Autogamy)-स्वपरागण का एक प्रकार जिसमें किसी पुष्प के परागकण उसी पुष्प के वर्तिकाग्र पर स्थानान्तरित होते हैं।

34.एकीन(Achene)-एकबीज वाले अस्फुट्नशील सरल फल।

35.कृत्रिमसंकरण(Artificialhybridization)-पादप प्रजनन की ए तकनीक जिसमें दो जनक पौधों के बीच मनुष्य द्वारा परागण कर संकरण कराया जाता है।36.प्रतिमुखकोशिकाएँ(Antipodalcells)-भ्रूणकोष में निभागीय सिरे (बीजाण्डद्वार के विपरीत सिरे) की ओर स्थित कोशिकाएँ जो भ्रूण को पोषण प्रदान करने के बाद नष्ट हो जाती है।

37.परागकोष(Anther)-पुंकेसर का वह भाग जिसमें परागकणों का निर्माण होता है।

38.मुक्ताण्डपी(Apocarpous)-वह बहुअण्डपी अवस्था जिसमें प्रत्येक अण्डप एक-दूसरेसे पृथक होता है

39.असंगजनन(Apomixis)-बिना युग्मक संलयन/निषेचन के बीज का निर्माण।

40.एलर्जन(Allergen)-एलर्जी उत्पन्न करने वाले कारक जैसे परागकण।

41.पुष्पीयपौधे(Angiosperm)-पुष्पीय पौधे जिनमें बीज फल के अन्दर स्थित होता है।42.अण्डप(Carpel)-पुष्प का मादा जनन भाग जो वर्तिकाग्र व अण्डाशय से मिलकर बना होता है।

43.उन्मीलपरागणी(Chasmogamous)-सामान्य पुष्प जिन के परागकोष व वर्तिकाग्र अनावृत (खुले) होते हैं।

44.अनुन्मील्यपरागणी(Cleistogamous)-ऐसे पुष्प जो कभी नहीं खुलते जैसे को मेलाइना।

45.सहविकास(Coevolution)-ऐसा संयुक्त विकास जिसमें एक प्रजाति दूसरी पर चयनात्मक बल लगाती है।

46.प्रांकुरचोल(Coleoptile)- एकबीजपत्री भ्रूण में एकबीजपत्री भ्रूण प्रांकुर व आद्यपत्तियों का सुरक्षात्मक आवरण

47.मूलांकरचोल(Coleorhiza)-एकबीजपत्री भ्रूण में मूलांकुर का सुरक्षात्मक आवरण।

48.बीजपत्र(Cotyledon)-पुष्पीय पौधों के भ्रूण के बीजपत्र,जो अंकुरण व बढ़ते नवांकुर को प्रकाश संश्लेषण प्रारम्भ होने तक पोषण उपलब्ध कराते हैं।49.एकलिंगाश्रयी(Dioecious)-एकलिंगी पुष्प धारण करने वाले नर अथवा मादा पादप डाइथिकस(Dithecous)-द्विपालित परागकोष जिसकी प्रत्येक पालि में दो थीका होते हैं।

51.प्रसुप्ति(Dormancy)-बीजों की वह अवस्था जिसमें वृद्धि रूक जाती है व अनुकूल परिस्थितियाँ होने पर भी अंकुरण नहीं होता है।

52.द्विनिषेचन(Doublefertilization)-पुष्पीय पादपों का विशिष्ट लक्षण जिसमें भ्रूणकोष में सिनगैमी व त्रिकसंलयन के रूप में दो बार संलयन होता है।

53.भ्रूण(Embryo)-युग्मनज के विभाजन में बनी मुक्तजीवी जीवन से पहले की बहुकोशिकीय अवस्था।

54.भ्रूणकोष(Embryosac)-पुष्पीय पौधों का मादा युग्मकोद्भिद।

इन्हें भी पढ़ें- पर्यावरण के महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी 

55.भ्रूणपोष(Endosperm)-पुष्पीय पौधों का त्रिगुणित पोषक ऊतक जो त्रिकसंलयन के फलस्वरूप बनता है।

56.भ्रूणीयअक्ष(Embryonalaxis)-बीज का भ्रूण जिसमें हाइपोकोटिल,एपीकॉटिल के साथ मूलांकर व प्रांकुर शामिल होते हैं व जो बीजपत्र से जुड़ा होता है।

57.विपुंसन(Emasculation)-पादप प्रजनन प्रक्रिया में मादा जनक पौधे के द्विलिंगी पुष्प से कलिका अवस्था में ही परागकोषों को काटकर अलग कर देना ताकि वर्तिकाग्र पर वांछित प्रकार के परागकण डाले जा सके।

58.बाह्यचोल(Exine)-परागकण की स्पोरोपोलेनिन से बनी बाहरी मोटी भित्ति जिसमें जनन छिद्र होते हैं।

59.भ्रूणविकास(Embryogeny)-युग्मनज से भ्रूण का विकास।

60.निषेचन(Fertilization)-नर व मादा युग्मक का संलयन जिसके फलस्वरूप द्विगुणित युग्मनज बनता है।

61.पुतंतु(Filament)–पुंकेसर का निचला तंतुवत भाग जिस पर परागकोष लगा रहता है।

62.पुष्प(Flower)-पुष्पीय पौधों में लैंगिक जनन सम्पन्न कर ने हेतु बना प्ररोह का एकरूपान्तरण।

63.फल(Fruit)-परिपक्व अण्डाशय जिसमें प्राय: बीज होते हैं।

64.युग्मक(Gamete)-अगुणित लिंग कोशिका जैसे अण्डकोशिका।65.युग्मकजनन(Gametogenesis)–नर या मादा युग्मकों का निर्माण व विकास।

66.जननछिद्र(Germpore)-परागकण की बाह्य भित्ति एक्जाइन के पतले क्षेत्र जहाँ स्पोरोपोलेनिन नहीं होता और जिनसे परागनलिका निकलती है।

67.जननकोशिका(Generativecell)-द्विकोशिकीय परागकण की छोटी कोशिका जो विभाजित होकर दो नरयुग्मक बनाती है।

68.जीटोनोगैमी(Geitonogamy)-परागकणों का एक पुष्प के परागकोष से उसी पौधे पर स्थित किसी अन्य पुष्प के वर्तिकाग्र तक स्थानान्तरण (स्वपरागण)।

69.विषमबीजाणुक(Heterosporous)-बीजीय पादप जो दो प्रकार के बीजाणु (लुघबीजाणुवगुरुबीजाणु)बनातेहैं।जैसे जिम्नोस्पर्म व एंजियोस्पर्म।

70.असंगततायाअनिषेच्यता(Incompatibility)-असंगत या अन्तःप्रजनन रोकने की एक युक्ति जिसमें असंगत परागकण का वर्तिकाग्र पर अंकुरण या परागनलिका की वृद्धि अवरोधित हो जाती है।


इस लेख में हमने पुष्पीय पादपो में लैंगिक जनन-पारिभाषिक शब्दावली (Sexual Reproduction in Floral Plant-Terminology) के बारे में जाना। 

उम्मीद करता हूँ कि पुष्पीय पादपो में लैंगिक जनन-पारिभाषिक शब्दावली (Sexual Reproduction in Floral Plant-Terminology) का यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा, यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इस लेख को शेयर अवश्य करें । 

पारिस्थितिक तंत्र - पारिभाषिक शब्दावली(Ecosystem - Terminology)

पारिस्थितिक तंत्र - पारिभाषिक शब्दावली(Ecosystem -  Terminology)

इस लेख में पारिस्थितिक तंत्र - पारिभाषिक शब्दावली(Ecosystem -  Terminology) के बारे में बताया जा रहा है। किसी भी विषय को जानने या पढ़ने से पहले हमें उससे जुड़े शब्दों के बारे में अवश्य जान लेना चाहिए। किसी विषय विशेष से सम्बंधित महत्वपूर्ण शब्दों की परिभाषा सहित सूची को पारिभाषिक शब्दावली कहा जाता है। इस लेख में पारिस्थितिक तंत्र से जुड़े महत्वपूर्ण शब्दावली को दिया जा रहा है ,जो पारिस्थितिक तंत्र पढ़ने से पहले जरूर जान लेना चाहिए।

paristhitik tantra paribhashik shabdawali

Ecosystem Paribhashik Shabdawali

1. कृषि पारितंत्र (Agroecosystem) - मानव निर्मित फसली क्षेत्र का पारितंत्र है।

2. जैवभार (Biomass) - जीव के शरीर में जैव पदार्थ की मात्रा जिसे प्रायः शुष्क भार के रूप में मापा जाता है।

3. चरम समुदाय (Climax Community) - अनुक्रमण के अन्त में विकसित हुआ स्थायी अधिक विविधता वाला समुदाय पर्यावरण के साथ साम्यावस्था में होता है।

4. उपभोक्ता (Consumer) – पारितंत्र में उत्पादकों के अतिरिक्त अन्य सभी जीव जिनमें शाकाहारी व माँसाहारी जन्तु, व विशेष प्रकार के उपभोक्ता अपघटक भी शामिल है।


5. अपघटक (Decomposer) — वे जीव जो मृत कार्बनिक पदार्थ से अपना पोषण प्राप्त करते हैं जैसे जीवाणु व कवक

6. अपरद (Detritus) – मृत पौधे व जन्तुओं के मृदा में पड़े भाग जैसे पत्तियाँ, पुष्प, जन्तुओं के अपशिष्ट पदार्थ आदि जिस सूक्ष्मजीव वृद्धि करते हैं।

7. अपदाहारी (Detritivore)- अपरदा को खाने वाले जीव जैसे केंचुआ, कुछ लार्वा।

8. पारितंत्र ( Ecosystem)- जैव समुदाय व उसके पर्यावरण के बीच पारस्परिक क्रिया से बना स्वपोषित तंत्र प्रकृति की कार्यात्मक इकाई।

9. खाद्य श्रृंखला (Food Chain) - अपने सरलतम रूप में खाद्य सम्बन्ध जिसमें उत्पादक व उपभोक्ता शामिल हों, पारितंत्र पोषण स्तर दिखाते सम्बन्ध।

10. खाद्य जाल (Food web) – अनेक खाद्य शृंखलाओं के आपस में जुड़ने से बना जाल।।

11. विखण्डन (Fragmentation)- अपरदहारी जीवों का अपरद या डेट्रिटस को खाकर छोटे-छोटे कणों में विभाजित कर जिससे उनका सतही क्षेत्र बढ़ जाता है।

12. ह्यूमस (Hymus) – अपरद पर सूक्ष्मजीवों की क्रिया से बना गहरे रंग का एमार्फस (amorphous) पदार्थ जो धीरे -धीरे खनिज मुक्त कर भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाता है।

13. जलारम्भी अनुक्रमण (Hydrarch)- जलाशयों से प्रारंभ होने वाला प्राथमिक अनुक्रम।

14. कर्कट (Littler) – पौधों से नीचे गिरी पत्तियाँ जो भूमि में पड़ी रहकर अपरद बन जाती है।

15. निक्षालन (Leaching)- अपघटन प्रक्रिया में जल में घुलित पदार्थों लवणों आदि की भूमि के निचले स्तरों में चले जाना।

16. मृदा निर्माण (Pedogenesis) – लाइकेज व अन्य कारकों द्वारा मृदा का निर्माण।

17. पादप प्लवक (Phytoplankton) - जलाशयों में निष्क्रिय रूप से तैरने वाले सूक्ष्म पादप।

18. मूल अन्वेषक प्रजाति ( Pioneer species) - वह प्रजाति जो प्राथमिक अनुक्रमण में सबसे पहले नये पार्यावास में पहुँचती है जैसे लाइकेन।

19. उत्पादकता (Productivity)- जैवभार उत्पादन की दर इसे g प्रति वर्गमीटर प्रतिवर्ष के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।

20. प्राथमिक अनुक्रमण (Primary Succession)- ऐसे स्थान में हुआ जहाँ पहले किसी प्रकार की वनस्पति नहीं था जैसे नग्न चट्टान, ठण्डा लावा।

21. द्वितीयक अनुक्रमण (Secondary Succession ) – ऐसे स्थान में हुआ जहाँ पहले के समुदाय किसी कारण से नष्ट हो गए।

22. स्टैंडिंग क्रॉप (Standing Crop) - किसी पोषण स्तर (Trophic level) में नियत समय पर उपलब्ध जैव भार

23. स्टैंडिंग स्टेट (Standing state) - किसी नियम समय पर मृदा में उपस्थित पोषक पदार्थों की मात्रा।

24.शुष्कारम्भी अनुक्रमण (Xerarch)- शुष्क स्थानों जैसे नग्न चट्टान से प्रारम्भ होने वाला प्राथमिक अनुक्रमण।

इस लेख में हमने पारिस्थितिक तंत्र - पारिभाषिक शब्दावली (Ecosystem - Terminology) के बारे में जाना। किसी भी विषय की शुरुआत पारिभाषिक शब्दावली से करनी चाहिए।

आशा करता हूँ कि पारिस्थितिक तंत्र - पारिभाषिक शब्दावली(Ecosystem - Terminology) का यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। अगर आपको यह लेख पसंद आये तो इस लेख को शेयर जरूर करे।

जनन स्वास्थ्य-पारिभाषिक शब्दावली (Reproductive Health-Terminology)

जनन स्वास्थ्य-पारिभाषिक शब्दावली(Reproductive Health - Terminology)

नमस्कार, आपका answerduniya.com में स्वागत है। इस आर्टिकल में हम जनन स्वास्थ्य-पारिभाषिक शब्दावली (Reproductive Health-Terminology) के बारे में जानेंगे। जनन स्वास्थ्य जीवविज्ञान का एक टॉपिक है जिससे जुड़े प्रश्न अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में देखने को मिल जाते हैं। विभिन्न परीक्षाओं को ध्यान में रखकर यह आर्टिकल लिखा गया है। अगर आप जनन स्वास्थ्य पढ़ने वाले हैं तो आपको जनन स्वास्थ्य -पारिभाषिक शब्दावली के बारे में  अवश्य जान लेना चाहिए। 

janan swasthay paribhashik shabdawali

Jann vasthy Paribhashik Shabdawali

1. उल्ब परीक्षण (Amniocentesis) – भ्रूण में गुणसूत्रीय असामान्यताओं को ज्ञात करने की एक विधि जिसका दुरूपयोग भ्रूण के लिंग परीक्षण हेतु किया जाता है।

2. कृत्रिम वीर्य सेचन (Artificial Insemination) - वहतकनीक जिसमें किसी बन्ध्य पति/दाता का वीर्य कृत्रिम रूप से स्त्री की योनि अथवा गर्भाशय में प्रविष्ठ कराया जाता है।

3. सहायक जनन प्रौद्योगिकीयाँ (Assisted Reproductive Technologies ) – वह चिकित्सीय तकनीकें जो बन्ध्य लोगों के लिए सगर्भता के अवसर सुलभ करा देती है।

4. रोधक विधियाँ (Barrier Method) – गर्भ निरोधन के ऐसे उपाय जिसमें किसी यांत्रिक/ भौतिक साधन द्वारा शुक्राणुओं का अण्डकोशिका तक पहुँचना रोक दिया जाता है।

5. गर्भाशयी ग्रीवा टोपी (Cervical Cap) - गर्भ निरोध हेतु रबर/ प्लास्टिक से बनी एक टोपीनुमा रचना जो रोध या बैरियर की भाँति कार्य करती है।

पढ़े - जीवों में जनन - पारिभाषिक शब्दावली

6. डायफ्रॉम (Diaphragms)-गर्भाशयी ग्रीवा पर लगाने वाला एक रोधक निरोध उपाय।

7. भ्रूण स्थानान्तरण (Embryo Transfer)-इन विट्रो फर्टिलाइजेशन से बने भ्रूण को फैलोपियन नलिका अथवा गर्भाशय में स्थानान्तरित करना।

8. अन्तः कोशिकाद्रव्यीय शुक्राणु अन्तःक्षेपण (ICSI - In tra Cytoplasmic Sperm Injection) – सहायक जनन प्रौद्योगिकी की वह तकनीक जिसमें किसी बन्ध्य पुरुष के एक शुक्राणु को अण्ड कोशिका में इंजैक्ट किया जाता है।

9. बन्ध्यता ( Infertillty) - सन्तान पैदा करने की अक्षमता।

10. शिशु मृत्यु दर (Infant Mortality Rate)- एक वर्ष में प्रति 1000 जीवित शिशु जन्मों पर एक वर्ष के अन्दर मरने वाले शिशुओं की संख्या।

11.अन्तःगर्भाशयी युक्तियाँ (IUD Intra Uterine Device) - गर्भ निरोध की गर्भाशय में स्थापित की जाने वाली युक्तियाँ जो हॉर्मोन्स, कॉपर आधारित होती है। IUCD भी कहलाती है |

12.अन्तः गर्भाशयी वीर्य सेंचन (IUI Intra Uterine In semination ) – पति/दाता से प्राप्त वीर्य को कृत्रिम रूप से स्त्री के गर्भाशय में प्रविष्ट कराना।


पढ़ें- मानव जनन- पारिभाषिक शब्दावली।

13. अन्तः गर्भाशयी स्थानान्तरण (IUT Intra Uterine Transfer)- पात्रे निषेचन से बने 8 से अधिक कोरक खण्डों वाले भ्रूण को स्त्री के गर्भाशय में स्थानान्तरित करना।

14. दुग्धस्रावी अनार्तव (स्तनपान अनार्तव (Lactational Amenorrhea)- प्रसव के कुछ माह बाद तक सक्रिय स्तनपान के कारण माहवारी का अनुपस्थित होना।

15. मातृ मृत्यु दर (MMR-Maternal Mortality Rate) -प्रति 1000 सगर्भता स्थितियों में प्रतिवर्ष होने वाली मृत्यु की संख्या जिसमें सगर्भता अवधि, प्रसव व प्रसव के 42 दिनों के अन्दर हुई मृत्यु शामिल है।

16. सगर्भता का चिकित्सीय समापन (MTP - Medical Ter mination of Pregnancy) – प्रेरित गर्भपात या ऐच्छिक गर्भपात|

17. मुखिय गर्भ निरोधक (Oral Contraceptives)- हॉर्मोनल गोलियाँ जिन्हें गर्भ निरोध हेतु प्रयोग किया जाता है।

18. गोलियाँ (Pills)- गर्भनिरोध हेतु बनी हार्मोनल मुखीय औषधियाँ, एक प्रकार का मुखीय गर्भनिरोधक।

19. बन्ध्याकरण (Sterillzation)-गर्भनिरोध की शल्य चिकित्सीय विधियाँ, जैसे ट्यूबैक्टॉमी व वेसेक्टॉमी।

20. यौन संचरित रोग (STD Sexually Transmitted Dis eases)- प्राथमिक रूप से लैंगिक संपर्क द्वारा संचरित होने वाले रोग जैसे सिफलिस, एड्स आदि |

21. परखनली शिशु / टेस्ट ट्यूब बेबी (Test Tube baby) - पात्रे निषेचन या इन विट्रो फर्टिलाइजेशन व बाद में भ्रूण के गर्भाशय में स्थानान्तरण से विकसित शिशु |

22. वाल्ट (Vault)- रोधक गर्भ निरोध का एक उपाय।

23. रजित रोग (VD Venereal Disease)- यौन संचरित रोगों का ही एक नाम |

24. युग्मनज का अन्तः फैलोपियन नलिका स्थानान्तरण (ZIFT Zygote Intra Fallopian Transfer)- इन विट्रो फर्टिलाइजेशन से विकसित 8 कोशिकीय भ्रूण का फैलोपियन नलिका में स्थानान्तरण।


इस आर्टिकल में हमने जनन स्वास्थ्य-पारिभाषिक शब्दावली (Reproductive Health-Terminology) के बारे  में जाना। विभिन्न प्रतिस्पर्धी परीक्षा में जनन स्वास्थ्य से जुड़े प्रश्न देखने को मिलते हैं।

उम्मीद करता हूँ कि जनन स्वास्थ्य-पारिभाषिक शब्दावली (Reproductive Health-Terminology) का यह आर्टिकल आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा ,यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इस आर्टिकल को शेयर अवश्य करें।

एड्स कारक, रोग के संचरण, उपचार एवं रोकथाम

एड्स क्या है? इस रोग को उत्पन्न करने वाले कारक, रोग के संचरण, उपचार एवं रोकथाम के उपाय बताइये।

aids kya hai


उत्तर - एड्स (A. D. S.) एक विषाणु जनित मानव रोग है। इस संक्रमण के बाद की स्थिति है, जिसमें मानव अपने प्राकृतिक प्रतिरक्षण क्षमता खो देता है। एच.आई.वी. संक्रमण को एड्स की स्थिति तक पहुंचने में 8 से 10 वर्ष या इससे भी अधिक समय लग सकता है। एच.आई.वी से ग्रस्त व्यक्ति अनेक वर्षों तक बिना किसी विशेष लक्षणों के बिना रह सकते हैं।

एड्स के कारण – 

एड्स रोग HIV वाइरस से होता है, HIV का पूरा नाम ह्यूमेन इम्यूनो वाइरस है। एड्स वाइरस एक रिट्रोवाइरस (Retrovirus) है, जिसमें आनुवंशिक पदार्थ RNA होता है। एड्स का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिसियेन्सी सिण्ड्रोम है। इस रोग में T कोशिका (T Cell) का अभाव होता है, जो अन्य क्रिम्फोसाइट को सक्रिय करती है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति लगभग 3 वर्ष में मर जाता है। एड्स रोग के उपचार की विधि अभी तक ज्ञात नहीं है। इसके समान एक अन्य रोग भी पाया जाता है, जिसे एड्स रिलेटेड कॉम्प्लेक्स (A.R.C.) कहते हैं। 

एड्स की संचरण (transmission of aids) -

(1) मैथुन या सहवास द्वारा 
(2) दूषित इंजेक्शन से 
(3) रक्त दान द्वारा 
(4) अंग प्रतिरोपण द्वारा
(5) कृत्रिम वीर्य संकरण से
(6) माता से शिशु में होता है।

एड्स रोग के लक्षण- 

एड्स का विषाणु मानव शरीर की सहायक कोशिकाओं को (जो कि लिम्फोसाइट्स को सक्रिय करती है) मार देता है। इस कारण शरीर में प्रतिरक्षियों के निर्माण पर प्रतिकूल असर होता है तथा रोगी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है। लसिका ग्रन्थियों में सूजनबुखार, भार कम होना, कमजोरी आदि इसके प्रमुख लक्षण हैं। इस रोग के कारण रोगी की तीन वर्ष में मृत्यु हो जाती है। 

एड्स का उपचार- 

अभी तक इस रोग के निवारण के लिए कोई उपचार नहीं है। एक बार यह रोग होने पर उस व्यक्ति का बचना असम्भव है। फिर भी प्रतिरक्षा उत्तेजन विधि द्वारा शरीर में इस विषाणु की निरोधक कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि की जा सकती है। 

एड्स का नियन्त्रण- 

एड्स को फैलने से रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय काम में लाने चाहिए-

(1) लोगों को एड्स के घातक परिणामों की सूचना देनी चाहिए।

(2) इन्जेक्शन लगाने वाली सिरिंज एक बार प्रयोग करने के बाद फेंक देना चाहिए।

(3) रुधिर देने वाले व्यक्तियों, प्रतिरोपण के लिए वृक्क, यकृत, नेत्र का कॉर्निया, वीर्य या वृद्धि हॉमोन का दान करने वाले व्यक्तियों तथा गर्भधारण करने वाली स्त्रियों का निरीक्षण अनिवार्य रूप से करना चाहिए।

महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब(Questions Answers) FAQs | Answer Duniya

Questions Answers | FAQs | Answer Duniya

नमस्कार दोस्तों, answerduniya.com में आपका स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में हम विज्ञान विषय से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब(Questions Answers) के बारे में जानेंगे। जो प्राय: विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। अगर आप  विज्ञान के विद्यार्थी हैं या भविष्य में विज्ञान विषय में ही अपना करियर बनाना चाहते हैं तो इन प्रश्नों के उत्तर आपको अवश्य पता होने चाहिये। इस महत्वपूर्ण प्रश्नों के संग्रह को अंत तक जरुर पढ़ें। 
Questions Answers

Question - where do the lipids and proteins get synthesised?

Answer - Lipids and proteins are synthesized in the endoplasmic reticulum (ER).


प्रश्न - लिपिड और प्रोटीन कहां संश्लेषित होते हैं?

उत्तर - लिपिड और प्रोटीन अंतर्द्रव्यी जालिका (ER) में संश्लेषित होते हैं।


Question - where is cocaine produced in the world?

Answer - World's cocaine is produced in Bolivia, Colombia and Peru


प्रश्न - विश्व में कोकीन का उत्पादन कहाँ होता है?

उत्तर - विश्व में कोकीन का उत्पादन बोलीविया, कोलंबिया और पेरू में होता है?


Question - amount of soil erosion depends upon?

Answer - The amount of soil erosion depends on the following factors -

Direct factor

  1. deforestation and deforestation
  2. use of land as excessive pasture
  3. Excessive use of chemical fertilizers and pesticides
  4. Unscientific irrigation practices, over-farming, not using crop rotation, etc.

Indirect factor

  1. Construction of Dams & Multipurpose Projects
  2. water flow problem
  3. Urbanization, industrialization, construction work and mining work etc.

प्रश्न - मृदा अपरदन की मात्रा निर्भर करती है?

उत्तर - मृदा अपरदन की मात्रा निम्न कारकों पर निर्भर करती है-

प्रत्यक्ष कारक

  1. वनों की कटाई तथा वन विनास 
  2. अत्यधिक चारागाह के रूप में भूमि का उपयोग 
  3. रासायनिक उर्वरकों तथा कीटनाशकों का अत्यधिक प्रयोग 
  4. अवैज्ञानिक सिंचाई पद्धतियां, अतिकृषि, अल्पकृषिफसल चक्र का प्रयोग नहीं करना आदि। 

अप्रत्यक्ष कारक 

  1. बाँधों का निर्माण व बहुउद्देश्यीय परियोजनाएं
  2. जल प्रवाह की समस्या 
  3. नगरीकरण, औद्योगिकरण, निर्माण कार्य व खनन कार्य आदि।

Question - what is plasmolysis?

Answer - The plasmolysis action is the shrinking of protoplasm away from the cell wall of a plant or bacterium.


प्रश्न - प्लास्मोलिसिस क्या है?

उत्तर - प्लास्मोलिसिस क्रिया एक पौधे या जीवाणु की कोशिका भित्ति से दूर प्रोटोप्लाज्म का सिकुड़ना है। प्रोटोप्लाज्मिक सिकुडन प्राय: एक्सोमिक द्वारा पानी के कम होने से होता है।


Question - plasmolysis occurs due to?

Answer - Plasmolysis is caused by osmosis.


प्रश्न - प्लास्मोलिसिस किसके कारण होता है?

उत्तर - प्लास्मोलिसिस परासरण (osmosis) के कारण होता है।


प्रश्न - प्लास्मोलिसिस कितने प्रकार का होता है?

उत्तर - प्लास्मोलिसिस दो प्रकार का होता है-  1. उत्तल प्लास्मोलिसिस
                                                                   2. अवतल प्लास्मोलिसिस

प्रश्न - उत्तल प्लास्मोलिसिस क्या है?
उत्तर  - उत्तल प्लास्मोलिसिस एक अपरिवर्तनीय प्लास्मोलिसिस है। उत्तल प्लास्मोलिसिस में, एक प्लास्मोलाइज्ड सेल गोलाकार प्रोटोप्लाज्म होता है। यह सेल की दीवारों से पूरी तरह अलग होता है।

प्रश्न - अवतल प्लास्मोलिसिस क्या है?
उत्तर - अवतल प्लास्मोलिसिस में प्रोटोप्लाज्म और प्लाज्मा झिल्ली के संकुचन से इनकी जेबें अवतल हो जाती हैं। इके बाद भी प्रोटोप्लाज्म और कोशिका भित्ति में लगाव के बिंदु मौजूद होते हैं।

आज के इस आर्टिकल में हमने विज्ञान के कुछ महत्वपूर्ण सवाल और उनके जवाब(Questions Answers) के बारे में जाना ,जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।

आशा करता हूँ कि यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगी ,यदि आपको आर्टिकल पसंद आये तो आर्टिकल को शेयर अवश्य करें।

विज्ञान की परिभाषा, प्रकार, लाभ, हानि (Definition, Types, Advantages, Disadvantages of Science)

विज्ञान की पूरी जानकारी (vigyan ki puri jankari)

नमस्कार दोस्तों, आंसर दुनिया के वेब पेज में आपका स्वागत है। आज के लेख में विज्ञान की परिभाषा, प्रकार, लाभ, हानि के बारे में विस्तृत रूप से जानेंगे। पिछले दो दशकों में  विज्ञान में  हुए तीव्र सकारात्मक परिवर्तन ने मानव जीवन की दशा और दिशा ही बदल दी है। विशेषकर टेक्नोलॉजी की दुनिया में विज्ञान ने अभूतपूर्व क्रांति लाई है ,जिसका परिणाम आज आप सभी देख ही रहे हैं। चाहे वो  स्मार्ट फ़ोन की बात हो या गाड़ियों की बात हो हर क्षेत्र में विज्ञान ने अपने पांव फैलाये हैं और इसका लाभ भी मानव जाति को ही हुआ है। इसलिए विज्ञान से जुड़े प्रश्न विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं। आज का यह इसी आवश्यकता को ध्यान में रखकर लिखा गया। 

definition-types-advantages-of-science

प्रमाणों के आधार पर एक व्यवस्थित कार्यप्रणाली के बाद प्राकृतिक और सामाजिक दुनिया के ज्ञान और समझ की खोज और अनुप्रयोग को ही विज्ञान कहा जाता है.

विज्ञान को ज्ञान का एक हिस्सा (जो चीजें हम पहले ही खोज चुके हैं) और नए ज्ञान प्राप्त करने की प्रक्रिया (निगरानी, प्रयोग-परीक्षण और परिकल्पना के माध्यम से) दोनों के रूप में सोचा जा सकता है. ज्ञान और प्रक्रिया दोनों एक दूसरे पर निर्भर हैं, क्योंकि लिया हुआ ज्ञान पूछे गए प्रश्नों और उत्तर खोजने के लिए उपयोग किए जाने वाले तरीकेपर निर्भर करता है.

इन्हें पढ़े - 20+ वैज्ञानिक कारण

विज्ञान के प्रकार (Types of Science)

  1. प्राकृतिक विज्ञान
  2. सामाजिक विज्ञान
  3. औपचारिक विज्ञान
  4. प्रयुक्त विज्ञान 

प्राकृतिक विज्ञान : जीवन या जीव विज्ञान और भौतिक विज्ञान (भौतिक विज्ञान, अंतरिक्ष विज्ञान आदि सहित भौतिक ब्रह्मांड का अध्ययन)

सामाजिक विज्ञान : समाज और लोगों का अध्ययन (जैसे मनुष्य जाती का विज्ञान और मनोविज्ञान)

औपचारिक विज्ञान : तर्क और गणित का अध्ययन

प्रयुक्त विज्ञान : जो विज्ञान पर भरोसा करता है और इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स, कृषि और चिकित्सा जैसे नए अनुप्रयोगों को विकसित करने के लिए मौजूदा वैज्ञानिक ज्ञान का उपयोग करता है.

प्राकृतिक विज्ञान और सामाजिक विज्ञान दोनों अनुभव जन्य विज्ञान के रूप में जाने जाते हैं। इसका मतलब यह है कि किसी भी सिद्धांत को निरिक्षण करने की घटना, परिणाम के पुनरुत्पादन और सहकर्मी की समीक्षा पर आधारित होना चाहिए

प्राकृतिक विज्ञान के मुख्य तीन भाग :-

  1. जीवविज्ञान (Biology)
  2. रसायन विज्ञान (Chemistry) 
  3. भौतिक विज्ञान (Physics)

जीवविज्ञान (Biology) - जीव विज्ञान अपने सभी रूपों में जीवन पर ध्यान केंद्रित करता है – मनुष्य, जानवर, पौधे और अन्य जीव। जीव विज्ञान को आणविक और कोशिका जीव विज्ञान, मानव जीव विज्ञान, पारिस्थितिकी और विकासवादी जीव विज्ञान, विकासात्मक जीव विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान और प्रतिरक्षा विज्ञान जैसे ब्याज के अलग-अलग क्षेत्रों में भी विभाजित किया जा सकता है.जीव विज्ञान के अलग अलग क्षेत्र छात्रों को अपने कौशल और अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अधिक संकीर्ण दृष्टिकोण प्रदान करते हैं.

इन्हें पढ़े - अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 1

रसायन विज्ञान (Chemistry) - रसायन विज्ञान प्राकृतिक विज्ञान के भीतर एक और प्रमुख क्षेत्र है, और जीव विज्ञान की तरह, कुछ उल्लेखनीय उपश्रेणियाँ हैं. कार्बनिक, विश्लेषणात्मक और भौतिक रसायन विज्ञान इनमें से तीन क्षेत्र हैं। कोर डिग्री आवश्यकताओं के अलावा, रसायन विज्ञान की बड़ी मात्राओं को मात्रात्मक रसायन विज्ञान, अकार्बनिक रसायन विज्ञान, सेलुलर जैव रसायन और वाद्य विश्लेषण जैसे वर्गों में डुबोया जाएगा, जो रासायनिक उपकरणों के सिद्धांतों और उपयोग से संबंधित है। 

रसायन विज्ञान के अध्ययन में प्रमुख सीखने के परिणामों में समस्याओं को हल करना और व्याख्या करना, प्रयोगशाला कौशल का प्रदर्शन करना, परिणाम प्रस्तुत करना और रासायनिक सिद्धांतों और प्रथाओं को समझना शामिल है।

भौतिक विज्ञान (Physics)- भौतिकी का संबंध प्रकृति के नियमों और विभिन्न प्रकार के पदार्थों के गुणों से है। प्राकृतिक विज्ञानों का यह क्षेत्र इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रकाशिकी और तरंगों, चुंबकत्व, थर्मोडायनामिक्स और क्वांटम भौतिकी सहित उप-विज्ञान की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करता है। एक भौतिकी कार्यक्रम में छात्र इन सभी का पता लगाएंगे, और अनुशासन में हाथों के अनुभव प्राप्त करने के लिए अनुसंधान परियोजनाओं में भी भाग लेंगे। भौतिकी भी गणित से भारी है, और पथरी विशेष रूप से बड़ी भूमिका निभाती है।. 

विज्ञान के बारे में सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह कभी खत्म नहीं हुआ, हर खोज में और अधिक प्रश्न, नए रहस्य, होते हैं, जिन्हें समझाने की आवश्यकता होती है. यह ‘जितना अधिक हम जानते हैं, उतना ही अधिक हम जानते हैं कि हम कुछ भी नहीं जानते’ हैं.  

उदाहरण के लिए, डीएनए की डबल-हेलिक्स संरचना की खोज ने जीव विज्ञान के बारे में हमारी समझ में क्रांति ला दी, जिससे आनुवंशिक संशोधन और सिंथेटिक जीव विज्ञान जैसे पूरे नए क्षेत्रों का अध्ययन किया जा सके.

जो विज्ञान ने धारण किया है, कुछ भी कभी भी ‘सिद्ध नहीं होता’, हालांकि हमारे पास इस सिद्धांत का समर्थन करने के लिए बहुत अधिक डेटा हो सकता है कि हां, गुरुत्वाकर्षण मौजूद है या यह कि मानव लाखों वर्षों में विकसित हुआ है, हम लगातार डेटा का संशोधन और पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं.

आइंस्टीन के कारण, गुरुत्वाकर्षण आज वह नहीं है जो न्यूटन या लाप्लास के लिए था. कोई भी नया प्रमाण इस सिद्धांत का समर्थन कर सकता है लेकिन यह साबित नहीं करता है. जब हम कुछ सिद्धांतों को ‘सत्य’ के रूप में स्वीकार करते हैं, तो हम यह  रूप अस्थायी रूप से करते हैं. ‘सत्य’ आज गारंटी नहीं देता है कि हम कल इसके विपरीत सबूत नहीं पाएंगे.  लगातार ज्ञात सिद्धांतों के बारे में अतिरिक्त सबूत इकट्ठा करना ही विज्ञान है.

विज्ञान और भौतिकी। इनमें से प्रत्येक अपने आप में अध्ययन का एक अनुशासन है. विज्ञान हमें खुद को और हमारी दुनिया को समझने में मदद कर सकता है, यह पहचानने के लिए कि यह कैसे काम करता है और हम इसके भीतर कहां फिट होते हैं। हमेशा सवालों के जवाब देने होंगे। हमारे मरने के बाद क्या होता है? हमें सपने देखने का क्या कारण है? चेतना क्या है? यह उत्तर, मानवता की सहज जिज्ञासा और, क्यों ’जानने की ड्राइव के लिए खोज है, जो वैज्ञानिक खोज को आगे बढ़ाती है। यह संभव विज्ञान एक दिन जवाब मिल सकता है, लेकिन नहीं तो यह कोशिश की कमी के लिए नहीं होगा.

इन्हें पढ़े - लिपिड्स (Lipids) वर्गीकरण (Classification) एवं संरचना

इसके अलावा विज्ञान के और भी भाग है जिनको नीचे जानते है 

  1. वनस्पति विज्ञान (Botany)
  2. खगोल विज्ञान (Astronomy)
  3. भू–विज्ञान (Eology)

वनस्पति विज्ञान (Botany) - जीव विज्ञान कि वह शाखा जिसके अंतर्गत पेड़ पौधों के बारे में जानकारी दिया जाता है वनस्पति विज्ञान कहलाता है इसमें इंग्लिश में बॉटनी कहा जाता है.

खगोल विज्ञान (Astronomy) - खगोल शास्त्र, एक ऐसा शास्त्र है जिसके अंतर्गत पृथ्वी और उसके वायुमण्डल के बाहर होने वाली घटनाओं का अवलोकन, विश्लेषण तथा उसकी व्याख्या (explanation) की जाती है। यह वह अनुशासन है जो आकाश में अवलोकित की जा सकने वाली तथा उनका समावेश करने वाली क्रियाओं के आरंभ, बदलाव और भौतिक तथा रासायनिक गुणों का अध्ययन करता है।

भू–विज्ञान (Eology) - पृथ्वी से सम्बंधित ज्ञान ही भूविज्ञान कहलाता है भूविज्ञान या भौमिकी (Geology) वह विज्ञान है जिसमें ठोस पृथ्वी का निर्माण करने वाली शैलों तथा उन प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है जिनसे शैलों, भूपर्पटी और स्थलरूपों का विकास होता है। इसके अंतर्गत पृथ्वी संबंधी अनेक विषय आ जाते हैं जैसे, खनिज शास्त्र, तलछट विज्ञान, भूमापन और खनन इंजीनियरी इत्यादि।

विज्ञान के लाभ :- 

  • इसके साथ, कई बीमारियों के लिए उपचार और टीके संभव हैं। और अन्य बीमारियों के लिए शोध कर रहे हैं।
  • इसके साथ हम रेगिस्तानों की बंजर भूमि को उपजाऊ फसल उत्पादक खेतों या औद्योगिक, व्यापारिक उपनिवेश में परिवर्तित कर सकते हैं। इसलिए हम इन अलग-थलग पड़े क्षेत्रों में नए मानव आवास स्थापित कर सकते हैं और इसलिए दुनिया के अन्य क्षेत्रों में अतिवृष्टि के बोझ को कम कर सकते हैं। दुबई की तरह, रेगिस्तान का एक टुकड़ा सुंदर व्यवसाय, पर्यटन, आवासीय शहर में बदल जाता है।
  • यह अपराध को कम करने के साथ-साथ अपराधी को खोजने में मदद करता है। जैसे; ट्रैफिक पुलिस में सीसीटीवी कैमरे, शराब डिटेक्टर।
  • यह बेहतर संचार में मदद करता है, जैसे मोबाइल फोन, इंटरनेट का उपयोग। यह Quora ऐप की तरह इंटरनेट के माध्यम से ज्ञान इकट्ठा करने में भी मदद करता है। कुल मिलाकर इसने इंटरनेट के माध्यम से पूरी दुनिया को आपकी हथेली पर ला दिया है।
  • यह खाद्य उत्पादन को बढ़ाता है, इसलिए गरीबी से लड़ने में मदद करता है। किसान की आय कई गुना बढ़ जाती है।
  • यह प्राकृतिक आपदाओं से अच्छी तरह निपटने में मदद करता है। जैसे बांध की बाढ़ की जाँच, चक्रवात, सुनामी, कैटरीना जैसी आपदाओं की पूर्व सूचना देता है।
  • कुल मिलाकर यह हमारे समय, बेहतर परिवहन, संचार, व्यवसाय में आसानी को बचाकर जीवन को आसान बनाता है। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमें मौजूदा दृष्टिकोण से परे सोच, दृष्टिकोण खोजने का समाधान देता है।

विज्ञान के हानि :- 

  • मनुष्य ने प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग किया था और विनाशकारी उद्देश्य में उपयोग किया था।
  • आदमी इसका इस्तेमाल करके गैरकानूनी काम कर रहा है
  • यह एक राष्ट्र की रक्षा प्रणाली को बढ़ाता है। यदि किसी देश के पास उन्नत लड़ाकू विमान, मिसाइल, हथियार, उपग्रह तकनीक है तो यह सीमाएँ हैं, नागरिक अधिक सुरक्षित हैं।
  • यह बेहतर संसाधनों के प्रबंधन में मदद करता है, जैसे एलईडी बल्ब जो बिजली की खपत को कम करता है, टर्बो चार्ज्ड इंजन जो इंजनों की दक्षता को बढ़ाता है और इसलिए उपयोग किए जाने वाले ईंधन की मात्रा को कम करता है।
  • यह सुलझे प्रश्नों के उत्तर खोजने में मदद करता है, जैसे कि ब्रह्मांड

विज्ञान की परिभाषा, प्रकार, लाभ, हानि(FAQs)

1. विज्ञान किसे कहते हैं यह कितने प्रकार की होती है?

“प्रकृति में उपस्थित वस्तुओं के क्रमबद्ध अध्ययन से ज्ञान प्राप्त करने और उस ज्ञान के आधार पर वस्तु की प्रकृति और व्यवहार जैसे गुणों का पता लगाने को ही विज्ञान कहते है। “ विज्ञान की कई शाखाएँ होती है जैसे भौतिक विज्ञान , जीव विज्ञान , रसायन विज्ञान इत्यादि।

2. विज्ञान का जनक कौन है?

आधुनिक विज्ञान का जनक अरस्तू को कहा जाता है और अल्बर्ट आइंस्टाइन ने गैलीलियो गैलीली को आधुनिक विज्ञान का जनक कहा है। प्राचीन विज्ञान का पिता थेल्स को कहते है।

3.विज्ञान के कितने भाग होते हैं?

भौतिक विज्ञान Physics. 

रसायन विज्ञान Chemistry. 

जीव विज्ञान Biology.

4. भारत में विज्ञान का जनक कौन है?

प्रफुल्ल चंद्र रे एक भारतीय रसायनज्ञ थे। उन्हें लोकप्रिय रूप से 'भारतीय रसायन विज्ञान के जनक' के रूप में जाना जाता है।

5. भारत में कुल कितने वैज्ञानिक है?

इसमें एक लाख से ज्यादा वैज्ञानिकों, चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग व मौलिक विज्ञान की बड़ी हस्तियों के नाम हैं। इस फेहरिस्त में भारत के 1500 वैज्ञानिक हैं, जिनमें लखनऊ के 25 को जगह मिली है।


आज के इस पोस्ट में हमने विज्ञान की परिभाषा, प्रकार, लाभ, हानि के बारे में जाना । विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में विज्ञान की परिभाषा, प्रकार, लाभ, हानि से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।

उम्मीद करता हूँ कि विज्ञान की परिभाषा, प्रकार, लाभ, हानि की यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी अगर आपको  पोस्ट पसंद आये तो पोस्ट को शेयर अवश्य करें।

20 वैज्ञानिक कारण (Scientific reason in Hindi) 2022

20 वैज्ञानिक कारण (20 Vaigyanik karan)


आज के इस पोस्ट में हम कुछ ऐसे वैज्ञानिक कारणों के बारे में जानेंगे जिससे आप अपरिचित है परन्तु यह हमारे जीवन में बहुत प्रभाव डालता है | नीचे दिए गए सभी वैज्ञानिक  कारणों को पूरा पढ़े। यह कई परीक्षाओं में  भी पूछे जाते है इसके अलावा यह हमारे जीवन के लिए भी बहुत उपयोगी है।

scientific-reason-in-hindi-20-2022

नीचे दिए गए Scientific reason  में हमने कुछ रोचक प्रश्न जैसे की कम्बल में लपेटी हुई बर्फ नहीं पिघलती है ,क्यों ? और गर्मी में साइकिल- ट्यूब अधिक फटता है ,क्यों ? 

इस पोस्ट से पहले हमने अजीब सवालों के जवाब के बहुत सारे पार्ट बना चुके हैं इस पोस्ट के बाद लिंक पर क्लिक कर के जरुर पढ़े 

Scientific reason in Hindi

  • प्रेशर कुकर में खाना जल्दी पकता है ?
  • कोल्ड्रिंक की  बोतल मोटे कॉच की बनी होती है ,क्यों ?
  • ऊँचे पहाड़ पर दाल देर से पकती है , क्यों ?
  • गर्मी में साइकिल- ट्यूब अधिक फटता है ,क्यों ?
  • जाड़े में ठंड प्रदेशों के पानी के नल प्रायः जाते है ,क्यों ?
  • गर्मी के दिनों में काला वस्त्रों के अपेक्षा उजला वस्त्र अधिक आरामदायक होता है ,क्यों ?
  • मोटर गाड़ी पर बैठे यात्री गाड़ी के एकाएक चल पड़ने से पीछे की ओर झुक जाते है ,क्यों ?
  • पानी में अंशतः डुबाई गईं छड़ी तिरछी दिखाई देती है ,क्यों ?
  • फिसलन वाली जमीन पर चलना कठिन होता है ,क्यों ?
  • कम्बल में लपेटी हुई बर्फ नहीं पिघलती है ,क्यों ?
  • मेंढक पानी और जमीन दोनों पर जीवित रहता है ,लेकिन मछलियाँ पानी के बाहर मर जाती है ,क्यों ?
  • रात में पेंड के नीचे सोना हानिकारक होता है ,क्यों ?
  • छिपकलिया दीवार से चिपकी रहती है , कैसे ?
  • प्यास क्यों लगती है ?
  • नदी या  समुद्र में एक ही दिशा में संमानांतर चल रहे दो जहाजो के परस्पर टकरा जाने की संभावना बनी रहती है ,क्यों ?


1) प्रेशर कुकर में खाना जल्दी पकता है ?

उत्तर:- प्रेशर कुकर में विशेष प्रकार के ढक्कन होने के कारण वाष्प बाहर नहीं निकल पाता है और पानी के सतह के ऊपर जमा होता रहता है ,इस कारण पानी की सतह पर दाब बढता जाता है ,फलस्वरूप पानी का क्वथनांक 100  C से भी ज्यादा हो जाता है | यही कारण है कि प्रेशर कुकर में खाना शीघ्र पक जाता है |


2) कोल्ड्रिंक की  बोतल मोटे कॉच की बनी होती है ,क्यों ?

उत्तर:-कोल्ड्रिंक में उच्च दाब पर कार्बन – ऑक्साइड गैस घुली रहती है गर्मी में उसके आयतन में अपेक्षाकृत अधिक  फैलाव होता है , जिससे कमजोर बोतल टूट सकती है | अतः कोल्ड्रिंक के गैस के दाब को सहने के लिए बोतल मोटे कांच की बही होती है | 

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3)ऊँचे पहाड़ पर दाल देर से पकती है , क्यों ?

उत्तर :-   ऊँचाई बढने पर हवा का दबाव घटता है | इस कारण पानी का क्वथनांक घाट जाता है | ऊँचे पर्वत पर जल का क्वथनांक 92 C या 93C  होता है | इस कारण डाल देर से पकता है | 


4) गर्मी में साइकिल- ट्यूब अधिक फटता है ,क्यों ?

उत्तर :- साइकिल का ट्यूब रबर का बना होता है और उसके अंदर हवा भरी रहती है | ठोस ,द्रव्य और गैस गर्मी पाकर फैलता है , किन्तु ट्यूब की अपेक्षा गैस अधिक फैलता है ट्यूब पर गैस का दबाव अधिक पड़ने के कारण ट्यूब फट जाता है |


5)जाड़े में ठंड प्रदेशों के पानी के नल प्रायः जाते है ,क्यों ?

उत्तर :- जाड़े में  ठंडे प्रदेशों  के पानी का तापमान 0C हो जाता है , इससे नल का पानी बर्फ बन जाता है जिससे उसके आयतन में वृद्धि हो जाती है , फलस्वरूप पानी के नल फट जाते है |

6) गर्मी के दिनों में काला वस्त्रों के अपेक्षा उजला वस्त्र अधिक आरामदायक होता है ,क्यों ?

उत्तर :- क्योंकि उजला वस्त्र ऊष्मा का अवशोषण कम और उत्सर्जन ज्यादा करता है , जबकि काला या रंगीन वस्त्र ऊष्मा का अवशोषण ज्यादा और उत्सर्जन कम करता है ,श्वेत वस्त्र पहनना ज्यादा आरामदायक होता है |


7) मोटर गाड़ी पर बैठे यात्री गाड़ी के एकाएक चल पड़ने से पीछे की ओर झुक जाते है ,क्यों ?

उत्तर :- गाड़ी के अचानक चल पड़ने पर उस पर सवार यात्री के शरीर का निचला भाग भी गतिशील हो जाता है , जबकि ऊपरी भाग विराम के जड़त्व के कारण विराम में ही रहता है | इसलिए ऊपरी भाग पीछे छोड़कर निचला भाग आगे चलता है | अतः यात्री पीछे की ओर झुक जाता है |  

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8) पानी में अंशतः डुबाई गईं छड़ी तिरछी दिखाई देती है ,क्यों ?

उत्तर :- प्रकाश के अपवर्तन के कारण क्योंकि पानी सघन माध्यम है ,वायु विरल माध्यम है जब किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम या विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाती है तो अभिलम्ब से दूर भागती है ,जिससे छड़ी तिरछी दिखाई देती है |


9) फिसलन वाली जमीन पर चलना कठिन होता है ,क्यों ?

उत्तर :- चलने के क्रम में सतह और पैरो के बीच में घर्षण हुआ करता है ,जो तिरछे रूप से पीछे की ओर दबाता है अर्थात एक बल लगता है ,परन्तु बल बराबर एवं दिशा विपरीत  होने के कारण सतह पर गतिमान हो जाता है , लेकिन फिसलन वाली जमीं पर यह प्रक्रिया अपेक्षाकृत  कम कार्य करता है ,जिससे चलना कठिन होता है |


10) कम्बल में लपेटी हुई बर्फ नहीं पिघलती है ,क्यों ?

उत्तर:- कम्बल ताप का कुचालक होता है ,जिससे कम्बल से होकर वायुमंडलीय ताप इसमें नहीं के बराबर प्रवेश  करता है , अतः ताप के अभाव में बर्फ  नहीं पिघलता है | 


11) लोहे का जहाज पानी पर प्लवन करता  है , जबकि लोहे का टुकड़ा पानी में डूब जाता है , क्यों ?

 उत्तर:-  क्योंकि लोहे के टुकड़े का भर विस्थापित पानी के भर से अधिक होता है ,किन्तु लोहे का    जहाज खोखली बनावट के कारण अधिक पानी का विस्थापन करता है जो उसके भर से अधिक होता  है। अतः डूबकर प्लवन करता है |

12) रेल की पटरियों के बीच खाली स्थान छोड़ा जाता है ,क्यों ?

उत्तर :- धातु में ताप के प्रभाव से प्रसार होता है | रेल की पटरी  इस्पात की बनी होती है , जिस पर जब सूर्य की गर्मी या अन्य स्रोतों के द्वारा ताप आरोपित होता है , तो उसमें फैलाव होता है ,जो की खाली स्थान के द्वारा संतुलित रहता है ,जिसके कारण रेल की पटरी पूर्व स्थिति में रह  पाती है ,इसलिए रेल की पटरियों के बीच खाली स्थान छोड़ा जाता है ?

13) मछलियाँ पानी से साँस कैसे लेती है  ?

उत्तर :- मछलियाँ पानी में अपने गिल्स द्वारा सांस लेती है | मछलियाँ साँस लेने के लिए सबसे पहले मुंह में पानी लेती है | यह पानी गलफड़ो से होता हुआ बाहर निकल जाता है | पानी में घुली हुई ऑक्साइड गलफड़ो  की सूक्ष्म कोशिकाओं द्वारा सोख ली जाती है और गलफड़ो में प्रवाहित खून के साथ मिल जाता है | पुनः शरीर के अंदर संचरण करती है |

14) बिना उबाला दूध जल्दी ख़राब हो जाता है ,क्यों ?

उत्तर :- ताजे दूध में अनेक बैक्टीरिया होते है | वायु के संपर्क में आने से इनकी संख्या कुछ ही समय में बहुत ज्यादा बढ़ जाती  है | इन्ही  बैक्टीरिया के कारण दूध जल्दी ख़राब हो जाता है |

15) लोग बेहोश हो जाते है ,क्यों ?

उत्तर :- सामान्य रूप से कार्य करने के लिए यह आवश्यक है की मस्तिष्क में रक्त का संचार उचित एवं पर्याप्त मात्रा में होता रहे | जब तक हमारे मस्तिष्क में खून की आवश्यक मात्रा पहुँचती रहती है तब तक हमारी सभी शारीरिक क्रियाएं सामान्य रूप से चलती रहती है | हमारे मस्तिष्क में किसी कारण से रक्त पहुँचने में कोई बाधा आ जाती है तो मनुष्य बेहोशी की अवस्था में आ जाता है  |

16) मेंढक पानी और जमीन दोनों पर जीवित रहता है ,लेकिन मछलियाँ पानी के बाहर मर जाती है ,क्यों ?

उत्तर :-  मेंढक पानी में रहने पर अपनी त्वचा से तथा जमीन पर रहने पर फेफड़े से साँस लेती है | मछलियाँ सिर्फ गिल की सहायता से साँस लेती है , जो सिर्फ पानी में घुल हुई ऑक्सीजन को ही ग्रहण करती है | मछलियां में फेफड़े नहीं होते , इसलिए वे पानी के बाहर आने पर मर जाती है।

17) रात में पेड़ के नीचे सोना हानिकारक होता है ,क्यों ?

उत्तर :- दिन में सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में पौधे कार्बन डाइऑक्साइड श्वसन के विपरीत ऑक्सीजन लेते है और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते है। इस प्रकार पेंड के नीचे ऑक्सीजन की कमी हो जाती है  और  कार्बन डाइऑक्साइड अधिक अधिक हो जाता है | इसके कारण श्वसन के लिए उचित मात्रा में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और घुटन महसूस होती है। इसलिए रात में पेड़ के नीचे नहीं सोने की सलाह दी जाती है।

18) छिपकलियाँ दीवार से चिपकी रहती है , कैसे ?

उत्तर :-  छिपकलियों का पैर लचीलेदार कप का बना होता है ,जो हवा के दबाव के सहारे निर्वात (vacuum) उत्पन्न करके दीवार से चिपकी रहती है |

19) प्यास क्यों लगती है ?

उत्तर :- हमारे रक्त में जल एवं नमक सदैव ही एक स्थिर और निश्चित अनुपात में रहता है | शरीर के उतकों में भी ये पदार्थ रहते है |किसी कारण वश जल की मात्रा कम होने पर इन दोनों पदार्थों का अनुपात बदल जाता है |इस स्थिति में मस्तिष्क में उपस्थित प्यास केंद्र गले को संदेश भेजता है |,जिसके कारण गले में सिकुड़न पैदा होने लगता है |इस सिकुड़न से गला सूखने लगता है और हमें  प्यास महसूस होती है | 

20) नदी या  समुद्र में एक ही दिशा में समानांतर चल रहे दो जहाजों के परस्पर टकरा जाने की संभावना बनी रहती है ,क्यों ?

उत्तर :- जलयानों के परस्पर चलने से उनके बीच के स्थान का जलयानों के सापेक्ष पीछे के ओर गति करता है | जब जलयान पास आते है तो उनके बीच संकरे स्थान में जल चाल अधिक हो जाती है | बरनौली के सिद्धांत के अनुसार जलयानों के बीच दाब कम हो जाता है |परन्तु जलयानों के बाहर का दाब वही रहता है | दाब के इसी अंतर के कारण बाहर से दबाव पड़ता है और जलयान आपस में टकरा जाते है |

आज के इस लेख में हमने 20 वैज्ञानिक कारण के बारे में जाना, दैनिक जीवन में घटित होने वाली कई घटनाओं से हमारे मन में यह सवाल उठता है कि आखिर यह कैसे हुआ। किसी भी घटना के घटित होने के पीछे कुछ न कुछ वैज्ञानिक कारण जरुर होते हैं। इन्ही घटनाओं के बार में इस पोस्ट में बताया गया है।

आशा करता हूँ कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी ,यदि आपको पोस्ट पसंद आये तो पोस्ट को शेयर जरुर करें।

अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 5

अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 5

हेल्लो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम अजीब सवालों के जवाब के बारे में जानने वाले हैं इस तरह की जानकारी काफी रोचक और ज्ञान वर्धक होती है। ये अजीब सवालों का वह लिस्ट है जो अक्सर हमारी दैनिक जीवन जुड़े हुए होते हैं। 

ajib sawal or unke jawab

ajib or anokhe sawal -

प्रश्न 81 डूबने के कुछ समय पश्चात् लाश पानी में क्यों डूबने लगती है? 

उत्तर : शरीर में विद्यमान गैसों के निकल जाने के कारण शव हल्का हो जाता है और उसका भार उसके द्वारा हटाए गए जल से कम हो जाता है। इसलिए लाश पानी में डूबने लगती है। 

 

प्रश्न 82. बर्फ पानी पर क्यों तैरती है? 

उत्तर : क्योकी बर्फ का घनत्व पानी से कम होता है, विस्तार में- आर्केमिडीज के सिद्धान्त के अनुसार तरल पदार्थ में कोई वस्तु तब तैरती है जब उसके द्वारा हटाए गए तरल पदार्थ का वजन उस वस्तु के वजन से अधिक होता है। पानी जब जम कर बर्फ बन जाता है तब उसका आपेक्षिक घनत्व कम हो जाता है और इस प्रकार उसके द्वारा हटाए गए जल की अपेक्षा उसका भार कम होता है । फलतः बर्फ जल में तैरती है। 

प्रश्न 83. पहाड़ों पर खाना पकाना कठिन क्यों होता है? 

उत्तर : पर्वतों पर दबाव कम होता है। इसलिए पानी देर से उबलता है और खाना देर से बन पाता है। 

प्रश्न 84. सर्दी के मौसम में सूती कपड़ों की अपेक्षा ऊनी वस्त्र शरीर को अधिक गर्म क्यों रखते है?

उत्तर : गर्म कपड़े ऊष्मा के कुचालक होते हैं । अत्यधिक मात्रा में छिद्र होने के कारण उसमें हवा भर जाती है तथा बाहरी वातावरण का प्रभाव उस पर नहीं पड़ पाता हैं । इसलिए ऊनी कपड़े शरीर के तापमान को बाहर के ठंडे तापमान से बचाए रखते है। 

प्रश्न 85. हाइड्रोजन गैस से भरे गुब्बारे ऊपर क्यों उठते है?

उत्तर : क्योकी गुब्बारों में हाइड्रोजन गैस भरी होती है, जोकि बहुत हल्की होती हैं। विस्तार में- हाइड्रोजन गैस से भरे गुब्बारे का हवा में ऊपर उठने का कारण यह है कि उसका वजन गुब्बारे द्वारा हटाई जाने वाली हवा से कम होता है । फलतः गुब्बारा ऊपर उठता जाता है।

प्रश्न 86. बिजली का बल्ब प्रकाश कैसे देता है? 

उत्तर : बल्ब में लगे टंगस्टन के कारण, विस्तार में- बल्ब के भीतर अत्यधिक अवरोध वाला टंगस्टन तार लगा होता है। जब विद्युत तरंगें इससे होकर गुजरती हैं, तो यह गर्म होकर लाल हो जाता है और तार के परमाणु उच्च ऊर्जा में परिवर्तित हो जाते हैं और कुछ सेकेंड तक उस स्थिति में रहने के पश्चात् निम्न ऊर्जा में प्रत्यावर्तित हो जाते है और प्रकाश के रूप में ऊर्जा देने लगते है। 

प्रश्न 87.साइकिल सवार कोने (मोड़) पर घूमते समय क्यों झुक जाता है?

उत्तर : सन्तुलन बनाए रखने के लिए ऐसा किया जाता है। बाहर की ओर केन्द्रापसारी शक्ति (झुकाव) लगती है। 

 प्रश्न 88. स्वच्छ जल की अपेक्षा खारे पानी में तैरना आसान क्यों होता है? 

उत्तर : खारे पानी का घनत्व स्वच्छ पानी की अपेक्षा अधिक होता है। अधिक घनत्व वाले तरल पदार्थ में तैरना कम घनत्व वाले तरल पदार्थ की अपेक्षा अधिक सरल है क्योंकि अधिक घनत्व वाले जल का विस्थापित आयतन का भार अधिक होता है। 

प्रश्न 89.रेतीली (बलुई) भूमि पर चलना मुश्किल होता है, क्यों? 

उत्तर : प्रत्येक क्रिया की प्रतिगामी क्रिया भी होती है और यही कारण है कि हम पृथ्वी पर खड़े हो पाते हैं। यदि पैरों के तलवों और धरती की सतह के बीच संघर्षण काफी अधिक होता है तो हम चल नहीं पाते। जब हम बालू पर खड़े होते हैं, तो धीरे मे हमारे ऊपर एक ऊर्ध्व प्रतिगामी क्रिया होती है। किन्तु जब हम चलने का प्रयत्न करते हैं या बालू पर दबाव डालते हैं तो तलवों और रेत कणों के बीच के संघर्षण की शक्ति में ऊर्ध्वगाम प्रतिक्रिया की शक्ति खो जाती है और हमारे तलवों में कोई ऊर्ध्वगामी प्रतिक्रिया नहीं हो पाती। इसलिए रेतीली (बलुई) भूमि पर चलना मुश्किल हो जाता है। 

प्रश्न 90. जंग लगने पर लोहे का कील के भार में वृद्धि हो जाती है, क्या कारण है?

उत्तर : गीले वातावरण में लोहे की कील हवा की नमी को सोख लेती है जिससे उसमें आयरन ऑक्साइड पैदा हो जाती है और जंग लग जाता है। इस आयरन आक्साइड के कारण कील का भार बढ़ जाता है। 

प्रश्न 91 मोटर चालक पीछे की वस्तु (आते वाहनों को) देखने के लिए उत्तल दर्पण का प्रयोग क्यों करते है? 

उत्तर : एक छोटे उत्तल दर्पण में बहुत अधिक दूरी में फैली हुई वस्तुओं का प्रतिबिम्ब स्पष्ट दिखाई दे जाता है। इसी कारण से ऐसे दर्पण मोटर-कार में ड्राइवर के सामने उत्तल दर्पण लगाए जाते हैं, ताकि उसे पीछे से आने वाली गाड़ियों के प्रतिबिम्ब दिखाई दे सके। 

प्रश्न 92 किन-किन बातों पर किसी वस्तु का रंग निर्भर करता है?

उत्तर : सफेद प्रकाश सात रंगों का मिश्रण होता है। जब वह किसी वस्तु पर पड़ता है तो वह वस्तु इन सात रंगों में से कुछ रंग को सोख लेती है और शेष रंगों को परिवर्तित कर देती है। इस परावर्तित प्रकाश मे ही वह वस्तु दिखाई देती है। उदा. - जो वस्तु लाल दिखाई देती है यानि लाल रंग की किरणों को परावर्तित करती है, शेष सबको अवशोषित कर लेती है। जो वस्तु सभी रंगों को अवशोषित कर लेती है वह काली दिखाई पड़ती है, और जो वस्तु किसी भी रंग का अवशोषण नहीं करती, वह सफेद दिखाई पड़ती है।

प्रश्न 93. कठोर जल साबुन के साथ आसानी से झाग नहीं देता है, क्यों? 

उत्तर : कठोर जल या खारे पानी में सल्फेट और मैगनेशियम या कैल्शियम के क्लोराइड होते हैं। इनका यौगिक (Compound) साबुन में नहीं घुलता। इसलिए कठोर जल में साबुन आसानी से झाग नहीं देता। 

प्रश्न 94. लकड़ी पानी में क्यों तैरती है?

उत्तर : कोई भी वस्तु किसी द्रव में डूबने से पहले जब अपने भार के बराबर का द्रव हटा लेती है, तो वह उसमे तैरने लगती है। ऐसा वही वस्तु कर सकती है, जिनका विशिष्ट गुरुत्व उस द्रव के विशिष्ट गुरुत्व से कम हो। लकड़ी का विशिष्ट गुरुत्व जल के विशिष्ट गुरुत्व से कम है, इसलिए वह पानी में तैरती है। 

प्रश्न 95. पेड़ों की पत्तियों का रंग पीला क्यों दिखाई देता है?

उत्तर : वस्तुतः पत्तियों का रंग बदलता नहीं है। जब पत्तियों में हरा तत्व क्लोरोफिल बनना कम हो जाता है, जैसे मूखे मौसम में, तो पत्तियों का हरा रंग मन्द पड़ जाता है और पत्तियों में विद्यमान पीला या लाल रंग अपेक्षाकृत अधिक उभर कर सामने आ जाता है। तभी पत्तियों का रंग बदला हुआ प्रायः पीला दिखाई पड़ता है। 

प्रश्न 96. मच्छर के काटने से जलन क्यों होती है?

उत्तर : जब मच्छर काटता है, तो उसका मुंह हमारी खाल ये भीतर घुस जाता है और मच्छर खून चूम लेता है। इसी समय मच्छर अपने मुंह से थूक या लार जैसी वस्तु हमारे शरीर में छोड़ देता है। इसी थूक या लार जैसी वस्तु के कारण हमारे शरीर में जलन होती है। 

प्रश्न 97. फूलों में सुगंध कहां से और कैसे आती है? 

उत्तर : फूलों की पंखुड़ियों में एक प्रकार का तेल होता है। जब वह तेल वाष्पित होकर हवा में मिल जाता है, तो हमें उसकी सुगंध मिलती है। 

प्रश्न 98. मकड़ी अपना जाला कैसे बनाती है? 

उत्तर : मकड़ी के शरीर में एक ग्रन्थि (ग्लैंड) होता है, जिनमें से पतला तरल धागे जैसा पदार्थ निकलता है, जो तत्काल सूखता जाता है, और मकड़ी अपने लिए जाला बना लेती है। मकड़ी के जाले दो किस्म के होते हैं (i) सूखा (ii) चिपचिपा। चिपचिपे जाले में ही मक्खियां और कीड़े फंस जाते हैं, जिन्हें मकड़ी खाती है।

प्रश्न 99. बैलगाड़ी के पहिए पर रिम (रिंग) चढ़ाने से पहले रिम को आग में तपाकर लाल क्यों कर देते है? 

उत्तर : जब रिम को आग में तपाकर लाल कर देते है, तो उसका व्यास (चौडाई) थोड़ा बढ़ जाता है और वह आसानी से पहिए पर चढ़ जाता है। जब रिम ठंडा हो जाता है तो थोड़ा-सा सिकुड़कर पहिए के साथ खूब चिपक जाता है। प्रश्न 

100. तारे और ग्रह में क्या अंतर है?

उत्तर : तारा वह आकाशीय पिंड है, जिसका अपना प्रकाश होता है जबकि ग्रह में अपना प्रकाश नहीं होता; ग्रह सूर्य के प्रकाश को प्रतिबिम्बित करता है । तारा स्थिर होता है जबकि ग्रह सूर्य के चारों ओर अपनी कक्षा में घूमता रहता है ।

इस आर्टिकल में हमने अजीब सवालों के जवाब के बारे में जाना । विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं मे इन अजीब सवालों से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।

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अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 4 (Amazing questions and answer in Hindi-4)

अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 4

हेल्लो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानने वाले हैं अजीब सवालों के जवाब इस तरह की जानकारी काफी रोचक और ज्ञान वर्धक होता है। आपने भी अपने बचपन में अजीबो गरीबो सवाल अपने माता पिता से जरुर किया होगा और आज इस पोस्ट में अपने लिए पूछे अजीबो गरीबो सवाल लेकर आये है |

Amazing questions and answer in Hindi-4

एक बार फिर हम आपके लिए लिए ले कर आये कई अजीबो गरीब सवाल और उनके जवाब क्या आपको इस तरह के प्रश्नों के उत्तर जानना अच्छा लगता हैं ? मै जब स्कूल time में पढाई करता था तब मुझे इस तरह के अजीब सवाल बहुत पसंद थे और आज भी मैं इन्हें पढता हूँ और आप लोगो के साथ शेयर भी करता हूँ | 

प्रश्न 61 हीरा रात के समय क्यों चमकता है? 

उत्तर : हीरे को इस प्रकार काटकर बनाया जाता है कि जब कोई प्रकाश की किरणें इसमें प्रवेश करती हैं तो इसके क्रांतिक कोण (critical angle) कम होने के कारण इसमें प्रकाश का पूर्ण परिवर्तन होता है जिससे हीरा ज्यादा चमकदार दिखाई देता है. अथवा, उच्च अपवर्तन सूचकांक के कारण प्रवेश करती हुई प्रकाश की किरणें बड़ी तेजी से प्रतिबिम्बित होती है। इसलिए हीरा रात में चमकता है। 

प्रश्न 62. क्या दो कम्बल ओढ़ने से दोगुनी मोटाई का एक कम्बल ओढ़ने की अपेक्षा कम जाड़ा है, क्यों? 


उत्तर : दो कम्बल ओढ़ने से कम जाड़ा (algidity,winter) लगेगा, क्योंकि उन दोनों के बीच रुकी हवा गर्मी को बाहर जाने से रोकती है। 

प्रश्न 63. बाह्य अन्तरिक्ष में उड़ते हुए एक आदमी का भार कम क्यों हो जाता है? 


उत्तर : चूंकि बाहा अन्तरिक्ष में गुरुत्व शक्ति नहीं होती, इसलिए वहां मनुष्य अपने आपको हल्का महसूस करता है। प्रश्न 

प्रश्न 64. मोटरकार में रेडिएटर का क्या काम होता है? 


उत्तर : कुछ देर तक कार्य करने के बाद मोटर गाड़ी का इंजन जब गर्म हो जाता है, तो रेडिएटर उसका तापमान सन्तुलित (उसको ठंडा करता) करता है। प्रश्न 

इन्हें भी पढ़े - अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 1 | Ajib sawalo ke jawab


प्रश्न 65. धुवों के निकट शरीर का भार थोड़ा अधिक क्यों हो जाता है। 


उत्तर : भार एक निश्चित दूरी पर पृथ्वी की आकर्षण शक्ति पर निर्भर होता है । चूंकि पृथ्वी के केन्द्र से धुवों के निकट दूरी कम होती है, अतः यह पृथ्वी की आकर्षण शक्ति बढ़ जाती है, इसलिए शरीर का भार कुछ बढ़ जाता है। प्रश्न 

प्रश्न 66. लोहे को हवा में खुला छोड़ देने पर उस पर जंग क्यों लग जाती है? 


उत्तर : जंग का वैज्ञानिक नाम आयरन आक्साइड है । खुली हवा में आक्सीजन के संस्पर्श से लोहे में जो प्रतिक्रिया होती है, उसका प्रकट रूप जंग कहलाता है। 

 प्रश्न 67. भैसें अधिक समय तक पानी में रहना क्यों पसद करती है? 


उत्तर : चूंकि भैसों की त्वचा सामान्यतया काली होती है और काला रंग गर्मी का संवाहक है, अतः भैंसों को अन्य जानवरों की अपेक्षा अधिक गर्मी महसूस होती है । उससे राहत पाने के लिए वे अधिक समय तक पानी में रहना पसंद करती है। 

इन्हें भी पढ़े - अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 2 | amazing questions and answers


 प्रश्न 68. पृथ्वी पर से देखने वाले व्यक्ति को संचार उपग्रह स्थिर क्यों नजर आता है? 


उत्तर : पृथ्वी अपनी धुरी पर चौबिस घंटे में एक चक्कर पूरा करती है और संचार उपग्रह भी पृथ्वी के चारों ओर की अपनी परिक्रमा 24 घंटे में पूरी करता है । यद्यपि वह हरदम गतिशील रहता है, लेकिन इसी तथ्य के कारण पृथ्वी पर से वह स्थिर दिखायी देता है। 

 प्रश्न 69. बन्द कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर सोना हानिकर है, क्यों? 


उत्तर : दहकते कोयले से कार्बन मोनोक्साइड गैस निकलती है, जो बेहद जहरीली होती है । उससे मृत्यु भी हो सकती है। 

प्रश्न 70. पानी की एक छोटी बूंद या पारे की बूंद चिकनी और साफ-सुथरी शीशे की प्लेट पर गोलाकार क्यों दिखाई देती है ? 


उत्तर : बूंदों की रचना में दो शक्तियां क्रियाशील रहती है : (1) धरातल, (2) भार | चूंकि छोटी बूंदों में धरातल का तनाव भारी रहता है जो इसके धरातल को अल्पतम कर देता है । इसलिए पानी की नन्हीं तूंद या पारे की बूंद गोल दिखाई देती है प्रश्न 71 फोटोग्राफी की फिल्म पर रोशनी पड़ते ही वह (फिल्म) बेकार क्यों हो जाती है? उत्तर : सूर्य की किरणें सिल्वर ब्रोमाइड घोल में सक्रिय होकर आक्सीडाइज्ड हो जाती है। 

प्रश्न 72. थरमस फ्लास्क में गर्म चीज गर्म और ठण्डी चीज ठण्डी क्यों रहती है? 


उत्तर : थरमस के अन्दर शीशे की दोहरी दीवार का बर्तन होता है शीशे की इन दो दीवारों के बीच का स्थान वायुहीन (वैकुअम) होता है, जो उसके (थरमस के) अन्दर की ऊर्जा को संचालन और विकिरण द्वारा निकलने से रोकता है | इसलिए उसके भीतर रखे गए तरल पदार्थों की गर्मी या ठंडक अधिक - समय तक ९ रह+। प्रश्न 

प्रश्न 73. खुले स्थान में आग की लपटें तेज हवा द्वारा प्रज्ज्वलित की जा रही क्यों प्रतीत होती है? 


उत्तर : एक खुले स्थान में जिस जगह आग की तेज लपटें उठ रही प्रतीत होती हैं, उस समय उसके ऊपर की हवा गर्म और हल्की हो जाती है तथा दबाव कम हो जाता है। उसके आसपास अपेक्षाकृत दबाव अधिक होता है, अतः वहां की हवायें तेजी से आग की ओर भागती है और ऐसा लगता है, जैसे बहुत तेज हवायें आग प्रज्ज्वलित कर रही हैं। 

प्रश्न 74. टेनिस की गेंद मैदानों की अपेक्षा ऊंचे स्थानों पर अधिक ऊंची क्यों उछलती है? 


उत्तर : ऊंचे स्थानों में टेनिस की गेंद जब उछलती है तो उसके मार्ग में कम रुकावट होती है क्योंकि वातावरण का दबाव ऊपर की ओर अधिकाधिक कम होता जाता है; दूसरी बात यह है कि ऊंचे स्थान पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण केन्द्र से दूर पड़ते हैं और अधोगामी शक्ति कम हो जाती है । इन दोनों कारणों से गेंद अधिक ऊंची उछलती है। 

प्रश्न 75. हवाई जहाज द्वारा सफर करते समय फाउंटेन पेन से स्याही निकाल देने के लिए कहा जाता है, क्यों? 


उत्तर : पृथ्वी तल की अपेक्षा ऊंचे स्थानों पर दबाव कम होता है । इसलिए जब हम हवाई जहाज में बैठकर ऊंचाई की ओर बढ़ते हैं, तो पेन (लेखनी) के भीतर का दबाव, वातावरण के दबाव से अधिक हो जाता है और इसे समान करने के लिए पेन से अपने आप स्याही निकलने लग जाती है जो हमारे कपड़ों को गंदा व दती है । इसी से बचने के लिए स्याही निकाल देने की सलाह द जाती है। 

प्रश्न 76. खौलते पानी की अपेक्षा भाप अधिक गम्भीरता से जलाती है, क्यों? 


उत्तर : कारण यह है कि भाप में खौलते पानी की अपेक्षा अधिक दाहक-शक्ति होती है अथवा यह कहिए कि भाप की ऊष्मा उसी तापमान में खौलते पानी की ऊष्मा की अपेक्षा अधिक होती है, इसलिए भाप अधिक दाहकारी होती है। 

इन्हें भी पढ़े - अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 3 | Ajib Sawal or Unke Jawab Hindi me


प्रश्न 77. पहाड़ पर चढ़ते समय व्यक्ति आगे की ओर क्यों झुकता है? 


उत्तर : पहाड़ पर चढ़ते समय स्थायी सन्तुलन रखने के लिए झुकाव आवश्यक है। आगे की ओर का झुकाव हमें आधार क्षेत्र में पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण केन्द्र से होकर गुजरने वाली रेखा पर बने रहने देता है और उससे विलग नहीं करता | स्थायी सन्तुलन के लिए यह आवश्यक है। 

प्रश्न 78. पेट्रोल द्वारा लगी आग पानी से क्यों नहीं बुझती? 


उत्तर : पेट्रोल की आग में इतनी प्रबल ऊष्मा होती है कि उसके संस्पर्श से पानी स्वयं भाप बन जाता है और वह आग को बुझाने में असफल रहता है। 


प्रश्न 79. आकाश नीला क्यों दिखाई देता है? 


उत्तर : धूल तथा वायु कणों के कारण प्रकाश का बिखराव हो जाता है । यह बिखराव अधिकतर निचली तरंगों की लम्बाई में होता है, इसलिए यह प्रतिछाया के अन्त में रंगों में असमान हो जाता है जो अधिकतर नीला या बैंगनी होता है । इसी वजह से आकाश भी नीला ही दिखाई पड़ता है। 

प्रश्न 80. लद्दाख जैसे प्रदेश में सूर्य निकलने पर तो खूब गर्मी पड़ती है तथा धूप न होने पर शीतलता बदने लगती है । इसका क्या कारण है? 


उत्तर : लद्दाख जैसे ऊंचे (पहाड़ी) स्थानों में वायुमंडल विरल होता है । इस प्रकार का वायुमंडल बाधाहीन होता है अर्थात् उसमें सूर्य की किरणों को सोख लेने और बिखराने आदि की शक्ति नहीं होती इसलिए ऐसे स्थानों पर सूर्य निकलने पर गर्मी काफी पड़ती है. | छाया होने पर विरल वायुमंडल सूर्य की किरणों की ऊष्मा से बहुत कम गर्मी ले पाती है और धुपहले अंश का बिखराव भी कम होता है। परिणामस्वरूप शीतलता अधिक हो जाती है।

इस आर्टिकल में हमने अजीब सवालों के जवाब के चौथे भाग में विभिन्न अजीब सवालों के जवाब के बारे में जाना। 

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अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 3 (amazing questions and answers-3)

अजीब सवालों के जवाब पार्ट - 3(amazing questions and answers-3)

नमस्कार दोस्तों, आंसर दुनिया के वेब पेज में आपका स्वागत है। इस आर्टिकल में हम अजीब सवालों के जवाब के बारे में जानेंगे। जो हमारे दैनिक जीवन कई हमरे सामने आते रहते हैं और हम हमेशा CONFUSE रहते हैं ई इसका सही आंसर क्या होगा। इस पोस्ट में ऐसे ही कुछ अजीब सवालों के जवाब दिए गए हैं जिससे आपके शंकाओं का समाधान हो सके।

amazing questions and answers-3

प्रश्न 41 चाय की केतली में लकड़ी का हत्था क्यों लगा होता है? 

उत्तर : केतली धातु की बनी होती है | धातु गर्मी की संवाहक होती है। लकड़ी गर्मी की असंवाहक होती है। इसीलिए केतली में हत्था लकड़ी का होता है। 


प्रश्न 42. स्टेन लेस स्टील किन तत्वों के मिश्रण से बनती है? 

उत्तर : इसमें 15-20% क्रोमियम, 8-10% निकेल तथा साधारण स्टील के मिश्रण से स्टेनलेस स्टील बनती है।


प्रश्न 43. जंजीर खींचने पर ट्रेन क्यों रुक जाती है? 

उत्तर : वायु शून्यता (वैकुअम) नष्ट हो जाती है और हवा अंदर प्रविष्ट होने लगती है फलतः पहियों पर अपने आप ब्रेक लग जाते है।


प्रश्न 44, चाय पीने के बर्तन धातु की बजाय चीनी मिट्टी के क्यों बनाये जाते है। 

उत्तर : धातु के बर्तनों से चाय की ऊष्मा बाहर निकलती रहती है और चाय जल्दी ठंठी हो जाती है । मिट्टी के बर्तनों में ऐसा | कम होता है । दूसरे, धातु के बर्तन में गर्म चाय डालने पर बर्तन इतना गर्म हो जायेगा कि मुंह से चाय पी सकना कठिन हो जायेगा | चीनी मिट्टी के बर्तन इतना अधिक गर्म नहीं होते । इसलिए चाय पीने के बर्तन चीनी मिट्टी के बनाये जाते हैं। 


प्रश्न 45. पेन्दुलम बाली कुछ दीवाल घड़ियाँ जाड़े में ठीक समय देती है किन्तु गर्मियों में धीमी चलने लगती है, क्यों? 

उत्तर : गर्मियों के मौसम में गर्मी के कारण पेन्डुलम की लम्बाई कुछ बढ़ जाती है, इसलिए उसके दोलन के समय की अवधि भी बढ़ती है । यही कारण है कि पेन्डुलम वाली घड़िया गर्मी के मौसम में धीमी चलती है। 


प्रश्न 46. अच्छी फसल के लिए खेत में खाद क्यों आवश्यक है? 

उत्तर : मिट्टी को अपनी उत्पादकता बनाए रखने के लिए नाइट्रेट और अमोनिया जैसे कुछ रसायनों की आवश्यकता होती है। लगातार उपयोग से मिट्टी में ये तत्त्व कमजोर गड़ जाते है, इसलिए इनकी पूर्ति हेतु मिट्टी में खाद और उर्वरक मिलाने की आवश्यकता पड़ती है। 


प्रश्न 47. चन्द्र तल पर मनुष्य का भार पृथ्वीतल की अपेक्षा छठवां भाग ही क्यों रह जाएगा? 

उत्तर : चूंकि चन्द्रतल का गुरुत्व पृथ्वी तल के गुरुत्व का 1/6 हिस्सा है, इसलिए मनुष्य का भार भी वहां 1/6 भाग ही रह जाएगा। 


प्रश्न 48. 1000 मील प्रति घंटे की रफ्तार से जाने वाले हवाई जहाज की आवाज क्यों नहीं सुनाई देती? 

उत्तर : चूंकि हवाई जहाज की रफ्तार (1000 मील प्रति घंटा) ध्वनि की रफ्तार (760 मील प्रति घंटा) से अधिक होती है इसलिए हवाई जहाज की आवाज नहीं सुनाई देती है। 


प्रश्न 49. चमगादड़ अंधेरे में निर्बाध (बिना किसी चीज़ से टकराये) रूप से कैसे उड़ते है? 

उत्तर : चमगादड़ों के उड़ते समय उनके शरीर मे निकली सूक्ष्म ध्वनि-तरंगे मार्ग की बाधा से टकराकर उनकी ओर वापस लौटती है । इस प्रकार उन्हें अपने मार्ग की रुकावट का पता चल जाता है और वे अन्धकार में भी निर्बाध (बिना किसी चीज से टकराये) उड़ सकते है। 


प्रश्न 50. रेफ्रीजरेटर में खाद्य पदार्थ ताजे कैसे बने रहते है? 

उत्तर : खाद्य पदार्थों को तब तक ताजा रखा जा सकता है, जब तक कि उनमे खमीर न पैदा हो और निचले तापमान पर खमीर को बनने से रोका जा सकता है । रेफ्रीजरेटर में तापमान बहुत कम होता था । अतः खमीर नहीं बनने पाता और इसलिए खाद्य पदार्थ ताजे बने रहते हैं। 


प्रश्न 51 ऊंचे भवनों पर तड़ित चालक लगाए जाते है, क्यों? 

उत्तर : बिजली गिरने की दुर्घटना से ऊंचे भवनों को बचाने के लिए उनके ऊपर तड़ित चालक लगाए जाते हैं। 


प्रश्न 52 नाखून काटते समय हमें पीड़ा क्यों नहीं होती? 

उत्तर : नाखून यद्यपि हमारे शरीर का अंग हैं, लेकिन ये मृत कोशिकाओं से बने होते हैं और हमारे रक्त संचार से उनका कोई सम्बन्ध नहीं होता इसलिये नाखून काटते समय हमें कष्ट नहीं होता। 


प्रश्न 53. हैड पम्प का पानी जाड़े में गर्म और गर्मियों में ठण्डा क्यों होता है? 

उत्तर : जाड़े में वायुमण्डल का तापक्रम कम और पृथ्वी के नीचे (भीतर) का तापक्रम अधिक होता है । गर्मियों में वायुमण्डल का तापक्रम अधिक और पृथ्वी के नीचे का तापक्रम कम होता है और चूंकि पानी नीचे से आता है, इसलिए जाड़े में अपेक्षाकृत गर्म और गर्मी में अपेक्षाकृत ठंडा होता है। -


प्रश्न 54. एक हार्स पावर से क्या तात्पर्य है? 

उत्तर : कार्य दर की मानक सैद्धान्तिक इकाई, अर्थात् 550 फुट पौड प्रति सैकेण्ड की गति से कार्य । एक हार्स पावर 745.7 वाट के बराबर होता है। 


प्रश्न 55. जमे हुए समुद्र में मछली कैसे जीवित रहती है? 

उत्तर : 4 डिग्री सेन्टीग्रेड पर जल का घनत्व न्यूनतम हो जाता है। ऊपरी सतह पर का पानी जमकर बर्फ में बदल जाता है। लेकिन नीचे का पानी 1°C,2°C और 4°C में पर्तों में होता है। इस कारण पूरी तरह जमे हुए पानी में भी मछली नीचे में जीवित रहती है। 


प्रश्न 56. एक नीली वस्तु का रंग नीला ही क्यों दिखाई देता है? 

उत्तर : चूंकि वह विशेष वस्तु नीले रंग के अतिरिक्त रोशनी के| और सभी रंगों को सोख लेती है, अतः केवल नीला बचा हुआ जरंग ही प्रतिबिम्बित होता है। 


प्रश्न 57. स्ट्रॉ (पाइप) की मदद से सोडा या पेय पदार्थ मुंह के अन्दर कैसे जाता है? 

उत्तर : जब हम स्ट्रॉ (पाइप) को होठों से लगाकर चूसते हैं तो उसकी हवा खिंच कर हमारे मुंह में आ जाती है और स्ट्रा के भीतर दबाव कम हो जाता है। उस खाली स्थान की पूर्ति के लिए सोडा या पेय पदार्थ ऊपर की तरफ बढ़ता है और खिंचता हुआ हमारे मुंह में आ जाता है। 


प्रश्न 58. निम्न के नाम बताइए - 

(अ) सबसे हल्का पदार्थ, 
(ब) सबसे बड़ा ग्रह, 
(स) सबसे अधिक दहनशील गैस, 
(द) वायु के दो अवयव, 
(य) आणविक ऊर्जा प्राप्ति के लिए प्रयुक्त होने वाली धातु. 
(र) पौधों से सम्बन्धित विज्ञान 
(ल) बाग लगाने की कला एवं विज्ञान, 
(ब) बहुत दूर की वस्तुओं को देखने वाला यंत्र, 
(म) शरीर के अन्दर देखने वाला यंत्र, 
(स) वनस्पति एवं जीवों की उत्पत्ति से सम्बन्धित वैशानिक सिद्धान्त। 

उत्तर : (अ) हाइड्रोजन; (ब) बृहस्पति; (स) हाइड्रोजन; (८) नाइट्रोजन और ऑक्सीजन; (य) यूरेनियम : (र) वनस्पति शास्त्र; (ल) बागवानी (उद्यान विद्या); (ब) दूरदर्शक यंत्र; (म) एक्स-रे : (स) डार्विन की नेचुरल सिलेक्शन थ्योरी। 


प्रश्न 59. एक सीधी छड़ का कुछ अंश यदि पानी में डुबाया जाए, तो वह झुकी हुई क्यों दिखाई देती है। 

उत्तर : अपवर्तन का सिद्धान्त है कि प्रकाश की किरणें जब एक माध्यम से दूसरे माध्यम में होकर गुजरती है, तो उनका सीधा क्रम परिवर्तित हो जाता है और वे झुकी दिखाई देने लगती है । ठीक यही बात छड़ के साथ भी है।


प्रश्न 60. एक खराब (सड़ा हुआ) अण्डा पानी में तैरता क्यों रहता ? 

उत्तर : चूंकि अण्डे में खमीर पैदा हो जाता है और उसका भार ठीक अण्डे की अपेक्षा कम हो जाता है। 

आज के इस पोस्ट में हमने अजीब सवालों के जवाब के बारे में जाना, यह  अजीब सवालों के जवाब का तीसरा भाग है इससे पहले इसके दो भाग में हमें 40 प्रश्नों के बारे में जाना आज इसके आगे के प्रश्नों के बारे में जाना ।

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